कुछ दिन पहले ही फिट इंडिया अभियान की वर्षगांठ मनाई गई। एक वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शुभारंभ किया था। इस अभियान के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुपोषण योजना प्रारंभ की थी। उन्होंने इसकी शुरुआत अपने सरकारी आवास से की थी। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल भी माताओं शिशुओं व बालिकाओं को सुपोषण का सन्देश देती रही है। उन्होंने वाराणसी प्रशासन के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में भी इसी बात का सन्देश दिया। यह कार्यक्रम काशी के संबन्ध में था। लेकिन आनन्दी बेन द्वारा व्यक्त विचार पूरे प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण थे। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे पोषण अभियान का लाभ सभी लाभार्थियों तक पहुंचना सुनिशित होना चाहिए।
राज्यपाल ने राजभवन से जिलाधिकारी वाराणसी द्वारा वीडियोे कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने संबंधित प्रस्तुतिकरण के अवलोकन किया। इसमें आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुचारू रूप से चलाने एवं कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने आदि के संबंध में जानकारी समाहित थी। आनन्दी बेन ने कहा कि जननी सुरक्षा एवं मातृबन्दन योजना के तहत सगर्भा माताओं के लिए पोषण आहार हेतु दी गई धनराशि का निर्धारित उपयोग होना चाहिए।
यह सुनिश्चित हो कि उसका उपयोग सगर्भा माताएं केवल पोषण आहार लेने में ही करें। सगर्भा ग्रामीण महिलाओं की डिलवरी सौ प्रतिशत सरकारी अस्पतालों होनी चाहिए। इसमें आशा आंगनबाड़ी वर्कर को भूमिका निभानी चाहिए। इनके माध्यम से ऐसी माताओं को बच्चों के जन्म देने के पहले से ही जागरूक किया जाए। उन्हें गर्भ संस्कार की अच्छी बातें बतायी जानी चाहिए। टीबी मुक्त,कुपोषित मुक्त एवं स्वच्छ काशी बनाने में सहयोग हेतु लोगों को जागरूक करना चाहिए।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री