रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
योग की वैज्ञानिकता को दुनिया ने स्वीकार किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था, तब उसके समर्थन में सबसे कम समय में सर्वाधिक देशो के समर्थन का रिकार्ड कायम हो गया था। आज कोरोना आपदा में शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिये योग को महत्व दिया जा रहा है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने इसकी पहल की है।
लखनऊ विश्विद्यालय के योग संस्थान के शिक्षक डॉ. अमरजीत यादव व प्रशांत शर्मा व बॉबी के द्वारा बलरामपुर अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास के विदेशी छात्रों तथा निवेदिता महिला छात्रावास के अंतःवासी छात्र -छात्राओं को सोशल डिस्टनसिंग का पूर्णतया पालन करते हुए योगाभ्यास प्रारंभ कर दिया गया है। विश्विद्यालय प्रशासन द्वारा यह महसूस किया गया कि इन छात्रावासों में रहने वाले छात्र एवं छात्राएं अपने परिवार से दूर है। कोरोना महामारी के कारण परिवेश में व्याप्त परीस्थितियों के कारण उनमे तनाव होना स्वाभाविक है।
तनाव होने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता एवं स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होता हैं, जिससे विद्यार्थियों की कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। अतः विद्यार्थियों को इस प्रतिकूलता से बचाने एवं इनकी प्रतिरोधक क्षमता एवं स्वास्थ्य को विकसित करने के लिए इनका तनावमुक्त दिनचर्या बनाने हेतु योगाभ्यास सत्र का प्रारंभ किया गया है। योगाभ्यास के दौरान अन्तवासी छात्र छात्राओं को योगिक सूक्ष्म अभ्यास आसन,प्राणायाम,ध्यान, आहार,तथा आदर्श जीवनचर्या का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।