• आस्था रही भारी, ढलती उम्र में भी बढते रहे कदम।
• श्रद्धालुओं ने सरयू सलिला में किया स्नान।
अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा मंगलवार देर रात को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ सकुशल सम्पन्न हो गई। 25 लाख श्रद्धालुओं के परिक्रमा में शामिल होने का अनुमान है। जैसे ही परिक्रमा पूरी हुई। सरयू सलिला में विभिन्न घाटों पर श्रध्दालुओं ने स्नान किया। प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन चलता रहा।
नागेश्वर नाथ मंदिर हनुमान गढ़ी कनक भवन श्री राम जन्मभूमि में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंगलवार होने के कारण हनुमान गढ़ी पर श्रध्दालुओं की भीड़ ज्यादा रही।
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प्रशासन ने परिक्रमा सम्पन्न कराने के लिए पांच जोन व बारह सेक्टर में बांट कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया था। परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं ने जहां से परिक्रमा पथ के रज माथे पर लगाकर शुरू की थी।
परिक्रमा पूरी होने पर एक बार पुनः पथ रज को मस्तक पर लगाया। दर्शननगर, नया घाट गुप्तार घाट, नाका हनुमान गढ़ी, सहादत गंज हनुमान गढ़ी आदि स्थानों पर श्रध्दालुओं की भीड़ ज्यादा रही। इन स्थानों से ज्यादातर श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू किया था। जय श्री राम के जयकारों की गूंज रही। श्रद्धालुओं का जत्था का जत्था चल रहा था। ढलती उम्र में भी कदम आगे बढते रहे।
मान्यता है कि अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा करने से पूर्वजन्म के पापों से मुक्ति मिल जाती है। माना जाता है श्रद्धालुओं ने जो मनौतियाँ मानी होतीं हैं। वो पूरी हो जाती हैं।
फिर वह अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा करते हैं। अलग अलग मान्यताएं हैं। एक मान्यता यह भी है कि अक्षय नवमी को अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। और पुण्य का अक्षय होता है।
परिक्रमा पूरा होते ही सरयू के विभिन्न घाटों पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। परिक्रमा के दौरान मंडलायुक्त गौरव दयाल, जिला अधिकारी नीतीश कुमार, एसएसपी राजकरण नैयर भ्रमण करते रहे।
मार्ग पर मिल रही खामियों को तत्काल दूर कराते रहे। देर से ही श्रद्धालुओं के वापसी घर जाने का सिलसिला चलता रहा। रेलवे स्टेशन पर भीड़ रही। हाईवे पर वाहनों के लिए श्रध्दालुओं वापसी की भीड़ लगी थी।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह