लखनऊ (दया शंकर चौधरी)। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल (Northeast Railway Lucknow Division) के मण्डल रेल प्रबन्धक गौरव अग्रवाल (DRM Gaurav Agrawal) ने मैलानी जं रेल खण्ड (Mailani Jn Railway Section) का वरिष्ठ शाखाधिकारियों के साथ विंडोट्रेलिंग निरीक्षण किया (Window Trailing Inspection) । इस दौरान उन्होंने बक्शी का तालाब, सिधौली, सीतापुर, लखीमपुर, गोलागोकर्ण नाथ और मैलानी स्टेशनों पर स्टेशन भवन, समपार फाटक, पुल, सिग्नल, स्टेशन यार्ड और यात्री सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण का उद्देश्य संरक्षा, स्वच्छता और पुनर्विकास कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन (Progress of Safety, Cleanliness and Redevelopment Works) करना था।
निरीक्षण के दौरान उन्होेंने बक्शी का तालाब, सिधौली, सीतापुर और लखीमपुर स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं जैसे बुकिंग कार्यालय, सरकुलेटिंग एरिया, प्लेटफार्म, साफ-सफाई, खानपान स्टाल और पेयजल व्यवस्था का अवलोकन किया। उन्होंने सीतापुर स्टेशन पर प्लेटफार्म सं. 01 और 03 पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चल रहे पुनर्विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने सीतापुर-हरगांव खण्ड के समपार सं. 86सी की संरक्षा और गेटमैन की कार्यकुशलता का परीक्षण कर संरक्षा काउंसिलिंग की। मण्डल रेल प्रबन्धक द्वारा लखीमपुर और गोलागोकर्ण नाथ स्टेशनों पर भी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने स्टेशन पर साफ-सफाई, पेयजल, खानपान स्टाल, एक स्टेशन-एक उत्पाद स्टाल, पुरुष व महिला प्रतीक्षालय आदि की व्यवस्था का अवलोकन किया तथा मण्डल रेल प्रबन्धक ने इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को और बेहतर करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के अंत में मण्डल रेल प्रबन्धक ने मैलानी जं. स्टेशन पहुॅचने पर अमृत भारत स्टेशन योजना के कार्यों, बुकिंग कार्यालय, सरकुलेटिंग एरिया, प्लेटफार्म और फुट ओवर ब्रिज का अवलोकन किया। इसके साथ ही रेलवे डीजल इंस्टालेशन, एम.जी. कोचिंग डिपो, दुर्घटना सहायता गाड़ी और चिकित्सा सहायता गाड़ी की स्थिति का संरक्षा निरीक्षण किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक/कोचिंग, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/द्वितीय, वरिष्ठ मण्डल मण्डल विद्युत इंजीनियर/टीआरडी, मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक, सहायक सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।