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Governor : अलग-अलग विचारधाराओं की नहीं बनाई जा सकती स्थायी सरकार

जम्मू कश्मीर के Governor गवर्नर सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग करने को लेकर कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त रोकने के लिए ऐसा किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं वाली पार्टियों’ के जरिये स्थायी सरकार नहीं बनाई जा सकती है। बता दें कि बुधवार को पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने गवर्नर के पास पत्र भेजकर सरकार बनाने का दावा किया था। हालांकि, इसके राजनिवास पहुँचने की पुष्टि नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि मुफ्ती के पत्र भेजने के कुछ देर बाद ही राज्यपाल ने विधानसभा भंग करने का आदेश जारी कर दिया था। जिसे पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अलोकतांत्रिक बताया।

महबूबा मुफ्ती : Governor से नहीं हो पा रहा है संपर्क

गौरतलब है कि महबूबा ने ट्विटर पर यह दावा किया था कि वह लगातार राज्यपाल से संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन उनसे किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसके चलते उन्होंने राजनिवास पर ईमेल और फैक्स के जरिये चिट्ठी भेजी थी। इसके बाद उन्होंने यह चिट्ठी ट्विटर पर शेयर कर दी। महबूबा ने अपने ट्वीट के जरिए ये भी बताया कि राजभवन की फैक्स मशीन नहीं चल रही है और गवर्नर फोन पर भी नहीं मिल पा रहे है। महबूबा ने अपने पत्र में लिखा था कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीडीपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का निर्णय लिया है।

क्या चुनाव से पहले गठबंधन बनाएंगे कांग्रेस-पीडीपी-नेकां : बीजेपी

जम्मू कश्मीर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा विधानसभा भंग करने के फैसले का बीजेपी ने स्वागत किया है। जम्मू कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि राज्यपाल के इस फैसले का बीजेपी स्वागत करती है। एक बार फिर से नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेका), कांग्रेस और पीडीपी ने जम्मू कश्मीर में साजिश रची थी जिसके चलते जम्मू और लद्दाख के साथ अन्याय होता। रैना ने विपक्षी गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस, पीडीपी और नेकां चुनाव से पहले गठबंधन बनाएंगे।

वहीं, पीडीपी के बागी विधायक इमरान अंसारी ने कहा कि अगर राज्यपाल हमें फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाते, तो हम उन्हें अपने सदस्य दिखा देते। लेकिन, अब स्थिति अलग है और विधानसभा चुनाव ही एकमात्र विकल्प है। अगर महबूबा मुफ्ती को लगता है कि विधानसभा भंग करना अलोकतांत्रिक है, तो इस लोकतांत्रिक देश में उनके पास ढेर सारे विकल्प खुले हुए हैं।

बीजेपी नहीं चाहती कि प्रदेश में कोई सरकार बनाए : गुलाम नबी आजाद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मामले पर कहा कि बीजेपी नहीं चाहती कि प्रदेश में कोई सरकार बनाए। मैंने कहा था कि सरकार बनाने को लेकर ऐसा एक सुझाव आया है और अभी तक किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है। एक सुझाव के सामने आते ही बीजेपी ने विधानसभा भंग कर दी। इसके साथ ही कांग्रेस के नेता प्रोफेसर सैफुद्दीन सोज ने जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग होने पर कहा कि पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती को इस मामले को लेकर कोर्ट जाना चाहिए।

विधानसभा भंग होना नहीं हो सकता संयोग : उमर अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इस पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस बीते 5 महीने से राज्य में विधानसभा भंग करने की मांग कर रही थी। यह संयोग नहीं हो सकता कि महबूबा मुफ्ती के सरकार बनाने का पत्र भेजने के कुछ ही मिनटों के अंदर विधानसभा भंग करने की घोषणा हो जाती है। वहीं उमर अब्दुल्ला ने तंज कसते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर राजभवन में तत्काल रूप से एक फैक्स मशीन की जरुरत है।

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