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कल्याण सिंह की जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन

कल्याण सिंह की 91वीं जयंती पर कल्याण सिंह के नाम से 91 कल्याण वृक्ष वितरित किए गए, जो वृक्ष बन उनके संस्कारो को पुष्पित एवं पल्लवित करेंगे।

यदि ’बाबू’ जी न होते तो राम मंदिर का सपना कभी साकार न होता: राम माधव

लखनऊ। 4 जनवरी 2023 को पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की 91वीं जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर “अयोध्या के वैभव का कल्याण मार्ग” विषय पर श्रद्धेय कल्याण सिंह सनातन सेवा स्मृति न्यास एवं नगर निगम लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं भजन संध्या का आयोजन लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय के सामने प्रतिमा स्थल पर किया गया।

संगोष्ठी का प्रारम्भ नगर निगम मुख्यालय के सामने स्थित कल्याण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में अनेकों गणमान्य जनों ने अपने स्मरण एवं “बाबूजी” के प्रति अपने स्नेह को शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महापौर संयुक्ता भाटिया ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने स्वागत उद्बोधन में कहा की उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह भारतीय राजनीति में वह पुरोधा थे जिन्हें इतिहास कभी भुला नहीं सकता। कल्याण सिंह जी हमेशा कहते थे “सत्ता धमक व इकबाल से चलती है” इससे सिस्टम कोलैप्स नही होता। सत्ता के दौरान उनके फैसले स्पष्ट और निडर होते थे। राजनीति में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है सत्ता और सत्ता में मुख्यमंत्री होना, ऐसे में उन्होंने श्री राम मंदिर निर्माण हेतु जनजन की भावनाओं के लिए सत्ता का त्याग कर दिया था। आज अगर अयोध्या जी में भव्य राम मंदिर बन रहा है तो उसमें नींव की ईट भगवान श्रीराम लला के परम् भक्त श्रद्धेय कल्याण सिंह जी की ही लगी है।

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कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में पधारे राम माधव (सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबू कल्याण सिंह ना होते तो अयोध्या में श्री राम लला का मंदिर का सपना सिर्फ सपना रह जाता। बाबूजी कार्यकर्ताओं के लिए बहुत संवेदनशील थे राम माधव ने कहा की महान नेता बाबूजी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उत्तर प्रदेश ने प्रथम प्रधानमंत्री से लेकर वर्तमान प्रधानमंत्री तक कुल 8 प्रधानमंत्री दिए हैं, उत्तर प्रदेश की जनता नेताओ को बढाते हैं और कुछ को भगाते भी हैं, जिन्हें भगाते हैं उनको केरल तक भागना पड़ता है। देश में आदि शंकराचार्य जी, सरदार पटेल जी ने भारत जोड़ो का अभिनव कार्य किया है।

उपस्थित जन समुदाय में से कोई बाबूजी हो सकते हैं या कोई बाबाजी भी हो सकते हैं बाबूजी ने भव्य राम मंदिर के लिए जो कलंक वहां खड़ा था उसे मिटाने का कार्य किया। यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे स्वर्गीय कल्याण सिंह अमर रहेंगे, उनके त्याग और तपस्या, सुशासन और प्रशासन को भी हमेशा याद किया जाएगा।सुशासन लाने की पहल उत्तर प्रदेश में बाबूजी ने किया। शांति और सुरक्षा की व्यवस्था वर्तमान में बाबा जी की सरकार में भी व्यवस्थित है। बाबूजी के राज में गुंडा बदमाश बिल में रहते थे।

राम माधव ने कहा कि नकल अध्यादेश दृढ़ता के साथ निवर्तमान शिक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सहयोग से लागू किया गया था। पांचजन्य पत्रिका के संपादक हितेश शंकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सुशासन की नीव कल्याण सिंह ने रखी। कल्याण सिंह जी ने राजनीति में समझौता नहीं किया। वंचितों की साझेदारी पर जोर दिया। हिंदू भावनाओं का निरादर करके राजनीति नहीं की जा सकती, 21वीं शताब्दी हिंदुओं की शताब्दी होगी। बाबू जी ने कहा था कि 1992-93 में मुलायम सिंह की सरकार में बहुत दंगे होते रहे, कल्याण सिंह की सरकार में सबसे कम नुकसान मुसलमान को हुआ। बाबूजी का स्मरण ही खून को गरम कर देता है।

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उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अपना संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब बाबूजी राजस्थान में राज्यपाल थे तो एक-एक कार्यकर्ता जो भी उनके पास गए अपने कक्ष में बुलाकर सबसे मिलते थे। उनके सहज भाव से आज भी हम सभी अभिभूत है। श्री राम लला के भव्य मंदिर के आधार तत्व श्रद्धेय कल्याण सिंह जी ही रहे।

श्रद्धेय कल्याण सिंह सेवा न्यास के अध्यक्ष प्रशांत भाटिया ने बताया कि अयोध्या के वैभव के लिए श्रद्धेय कल्याण सिंह जी ने सत्ता का परित्याग कर दिया था। “जो त्यागे सो बड़ा, जो भोगे सो छोटा।।” यही भारत के परम वैभव का कल्याण मार्ग है। इस सूक्त को श्रद्धेय कल्याण सिंह जी ने चरितार्थ किया है।

प्रशान्त भाटिया ने कहा कि आज अयोध्या श्रीराम लला का भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है जिसके आधारभूत ढांचे का आधार श्रद्धेय कल्याण सिंह जी ने प्रदान किया था। वर्तमान में भाजपा के कार्यकर्ताओं सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ उन्हीं मूल्यों को आकार प्रदान करके जन भावनाओं के सपनों को साकार कर रहे हैं। प्रशान्त भाटिया ने कहा कि न्यास सैदव श्रद्धेय कल्याण सिंह जी के विचारों को जन जन तक पहुँचाने का कार्य पूरी तन्मयता और प्रमाणिकता से करता रहेगा।

भजन सम्राट अनूप जलोटा के भजनों ने राममय कर दिया आयोजन को

इस कार्यक्रम में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमे भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा द्वारा श्री राम जी पर सुंदर प्रस्तुति देकर समां बांधा गया। कार्यक्रम में महापौर संयुक्ता भाटिया के साथ राम माधव, पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर, सांसद कौशल किशोर, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मंत्री राजवीर सिंह राजू भैया, संजीव बालियान, रामपुर के सांसद घनश्याम सिंह लोधी, मंत्री संदीप सिंह, विधायक राजेश्वर सिंह, आशुतोष टण्डन, नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य पवन सिंह, रामचंद्र प्रधान, मुकेश शर्मा, श्रीकृष्ण लोधी सहित हजारों की संख्या में श्रद्धेय कल्याण सिंह को चाहने वाले मौजूद रहे।

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