रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रारंभ से ही कोरोना बचाव के दिशा निर्देशों पर अमल का आह्वान करते रहे हैं। अनलॉक में भी वह प्रायः प्रतिदिन सावधानी बरतने का सन्देश देते हैं। वह गोरक्षापीठाधीश्वर हैं, लेकिन लाकड़ डाउन में जब मंदिरों के कपाट बंद हुए तब इस पीठ में एक बार भी नहीं गए।
अनलॉक दो में वह गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वहां गए। यह पहला अवसर था, जब उनके आगमन और पूजन के समय न्यूनतम संख्या में लोग ही यहां थे। इसके पहले यहां के श्री महंत व प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनसे मिलने को बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे। लेकिन बताया जाता है कि योगी दिशा निर्देशों के अनुरूप ही अपनी यात्रा की व्यवस्था चाहते थे। वह यह सन्देश भी देना चाहते थे कि दिशा निर्देशों से मुख्यमंत्री भी अलग नहीं है।