मुंबई। महाराष्ट्र में विपक्ष को अभी तक अपनी हार पर विश्वास नहीं हो रहा है और वे लगातार ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं। अब राज्य के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधा है और कहा कि जब लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी ने 31 सीटें जीतीं, तब ईवीएम सही थी? शिंदे ने ये भी कहा कि पिछली महायुति सरकार द्वारा शुरू की गईं योजनाओं की वजह से उन्हें जीत मिली।
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शिंदे ने लोकसभा चुनाव का दिया उदाहरण
शिंदे ने कहा कि ‘विपक्ष को महाराष्ट्र की जनता द्वारा दिए गए स्पष्ट बहुमत का स्वागत करना चाहिए। हमारी महायुति सरकार ने ढाई साल में इतना काम किया है, इतनी योजनाएं लागू कीं, उसी का नतीजा है, जो ये नतीजे आए। झारखंड में चुनाव हुए, और वायनाड में भी। जहां भी वो (विपक्ष) जीतते हैं, वहां ईवीएम अच्छी होती है। ये पिछले कई वर्षों से चल रहा है। लोकसभा में महायुति को 43.55% वोट मिले और महा विकास अघाड़ी को 43.71% वोट मिले। बस कुछ अंकों का अंतर है लेकिन हमें 17 सीटें मिलीं और उन्हें 31 सीटें मिलीं। तब उन्होंने ईवीएम घोटाले का मुद्दा नहीं उठाया? कल उन्होंने ईवीएम घोटाले का हवाला देकर शपथ नहीं ली थी, लेकिन आज उन्होंने शपथ ले ली, तो क्या आज से ईवीएम घोटाला खत्म हो गया?’
विपक्ष उठा रहा सवाल
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहा है। आज रविवार को मरकाडवाड़ी गांव में ईवीएम विरोधी कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें शरद पवार और उनकी पार्टी के नेता भी शामिल हुए। शरद पवार ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है।
नार्वेकर ने भी विपक्ष को घेरा
भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कर दिया है। इस दौरान राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी मौजूद रहे। नार्वेकर ने कहा कि ‘दोबारा ये अवसर देने के लिए मैं पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम फडणवीस का शुक्रगुजार हूं। ईवीएम के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जो भी ईवीएम के बारे में कहा जा रहा है, ये संविधान के खिलाफ है। इससे संसदीय लोकतंत्र में अविश्वास पैदा होता है।’