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राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस पर जिले में लगा स्वास्थ्य मेला

• सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 1500 महिलाओं को मिला लाभ

• स्वस्थ व सुरक्षित मातृत्व के चार स्तम्भ के महत्व के बारे में बताया

वाराणसी। हर साल 11 अप्रैल को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के अंतर्गत मंगलवार को जिले के सभी आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया। इस दौरान सेंटर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ने ओपीडी में आईं 20 से 30 साल तक की गर्भवती और धात्री महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच व पश्चात देखभाल की सेवाएँ दी। इसके साथ ही परिवार नियोजन, स्वस्थ व सुरक्षित प्रसव, शीघ्र स्तनपान, पौष्टिक व संतुलित आहार आदि के बारे में आवश्यक परामर्श भी दिया।

👉राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस पर जिले में लगा स्वास्थ्य मेला

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस

हरहुआ ब्लॉक के गणेशपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सीएचओ मनस्विता बताती हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के दौरान मंगलवार को सेंटर पर ओपीडी में करीब 11 गर्भवती और धात्री महिलाएं आईं। इस दौरान गर्भवती की हीमोग्लोबिन, एचआईवी, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, सिफ़लिस आदि प्रसव पूर्व जांच की गईं। सभी लाभार्थी महिलाओं को छह माह तक सिर्फ स्तनपान, पौष्टिक व संतुलित आहार, योगा व शारीरिक व्यायाम, परिवार नियोजन के अस्थायी व स्थायी साधनों, संस्थागत प्रसव आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस

सीएचओ ने सुरक्षित मातृत्व के चार स्तम्भ यथा परिवार नियोजन, प्रसव पूर्व जांच व देखभाल, स्वस्थ व सुरक्षित प्रसव एवं आवश्यक प्रसूति देखभाल के महत्व के बारे भी विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हाल ही बनी माताओं को गर्भावस्था, मातृत्व और स्तनपान संबंधी सावधानियों और प्रभावों के बारे में भी बताया।

इस मौके पर पहुंची संध्या (28) ने अंतरा तिमाही गर्भनिरोधक की पहली डोज़ लगवाई। उन्होने बताया कि उनके चार बच्चे हैं लेकिन अब वह एवं उनका परिवार और बच्चे नहीं चाहता है, इसलिए वह अस्थायी साधन अपना रही हैं। एक अन्य लाभार्थी मेनका (20) ने अपनी पहली तिमाही गर्भवस्था की जांच कराई। मेनका ने कहा कि यह उनका पहला बच्चा है इसलिए थोड़ी घबराहट सी रहती है लेकिन सीएचओ दीदी उनका पूरा साथ देती हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि दूर-दराज के क्षेत्रों और सामुदायिक स्तर पर चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाने के लिए जनपद के सभी आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को सुदृढ़ किया जा रहा है। यहाँ प्रतिदिन शिशु व मातृ स्वास्थ्य संबंधी सभी सेवाओं के साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम, किशोर-किशोरी स्वास्थ्य, वृद्धजन स्वास्थ्य, संचारी व गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग आदि सेवाएँ दी जा रही हैं। समय-समय पर विभिन्न विषयों पर स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा रहा है।

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राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस

डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) व नोडल अधिकारी डॉ एचसी मौर्य ने बताया कि मंगलवार को जिले के 208 आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर करीब 1500 महिलाओं को स्वस्थ व सुरक्षित मातृत्व संबंधी सेवाएँ दी गईं। इस दौरान सीएचओ के माध्यम से महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और उसके पश्चात क्या करें – क्या न करें इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया गया।

रिपोर्ट-संजय गुप्ता 

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