बिधूना/औरैया। लगातार बारिश में गल्ला मंडी को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। बुधवार को हुई जरा सी बारिश में ही मंडी परिसर पानी व कीचड़ में डूब गया। जिससे आढ़तियों का कारोबार पूरी तरह से प्रभावित रहा। गल्ला मंडी की लगभग एख दर्जन दुकानों मेंं बारिश का पानी घुस जाने से व्यापारियों का अनाज गीला हो गया और किसानों के न पहुंचने से काफी नुकसान हुआ है। दो दिन की बारिश की वजह से मंडी में जलभराव व कीचड़ व्यापारियों को चुनौती देता रहा।
आढ़ती एवं व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गुप्ता का कहना है कि बारिश में अक्सर यही स्थिति होती है। मंडी प्रशासन हर बार जल निकासी का दावा करता है। लेकिन बारिश होने पर पोल खुल जाती है। बारिश में ज्यादातर माल खराब होने की आशंका रहती है। व्यापारियों ने इस संबंध में पूर्व में भी जल निकासी की व्यवस्था दुरस्त कराने के लिए अधिकारियों से कहा लेकिन किसी ने नही सुनी।
व्यापार भी चौपट हो रहा है। बारिश से पहले जिम्मेदार लोग जल निकासी के कोई प्रबंध नही करते है, और बारिश होने पर मंडी के अंदर जलभराव और कीचड़ की स्थिति बन जाती है। यहां कारोबार करना कठिन हो जाता है। बारिश का पानी दुकानों में घुटनों तक भर जाता है। माल भी खराब हो रहा है। कैसे व्यापार होगा इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है। बता दें कि दिबियापुर रोड़ स्थित गल्ला मंडी परिसर में बड़ी संख्या में व्यापारियों की दुकानें हैं। इसके कारण यहां किसानों का आना-जाना लगा रहता है।
ज्यादातर किसान कोई न कोई उपज लेकर मंडी परिसर पहुंचते रहते हैं। उपज को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे इसलिए मंडी की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए जाते हैं और सफाई व्यवस्था दुरस्त होने का दावा भी किया जाता है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। दरअसल मंडी परिसर में सफाई की औपचारिकता ही पूरी की जाती है। लगातार बड़े दावे करने वाले मंडी समिति के जिम्मेदार अफसर जलभराव के बारे में चुप्पी साध लेते हैं।
बुधवार को हुई बारिश के कारण न सिर्फ मंडी की नालियों का पानी व्यापारियों की आढ़त में घुस गया, बल्कि पूरा मंडी परिसर ही तालाब बना नजर आया। आढ़ती केशव यादव, अशोक कुमार गुप्ता, हीरा लाल गुप्ता, शिव प्रताप सिंह भदौरिया, मनोज कुमार गुप्ता, राम खिलावन यादव, सुनील गुप्ता, श्रीकान्त गुप्ता, राकेश यादव, निहाल गुप्ता, विपिन यादव, रजपाल यादव आदि ने मंडी परिसर में होने वाले जल भराव से निजात दिलाने की मांग की है।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन