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मोजाम्बिक रेलवे के उच्च स्त रीय प्रतिनिधिमंडल का बरेका भ्रमण

वाराणसी। बरेका ने नवंबर, 2020 को राइट्स के साथ मोजाम्बिक को छह इंजनों की आपूर्ति के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किया था। अनुबंध के अनुसार बरेका ने अगस्त 2021 में छठे और अंतिम इंजनों को राइट्स को सौंप दिया गया।

 इसी परिप्रेक्ष्य में आज दिनांक 20 सितम्बंर, 2021 को मोजाम्बिक रेलवे के छ: सदस्यी, उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मेसर्स राईट्स के अधिकारियों के साथ बनारस रेल इंजन कारखाना का भ्रमण किया। उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में मोजाम्बिक रेलवे के अध्यक्ष मीगुल जोस माताबेल, परिवहन और संचार मंत्रालय के कैबिनेट के प्रमुख एंटोनियो मैनुअल माट्यूस, सदस्य, कार्यकारी बोर्ड, फाइनेन्सर सीएफएम अबूबकर अदामों मुसा, कार्यकारी निदेशक, सीएफएम-सी एंटोनियो फ़्रांसिस्को मैनुएल बाई, निदेशक, रेलवे, सीएफएम-एस टियोडोमिरो एंजेलो तथा सलाहकार अरूणकुमार नरसिमहा पाई है।

इस अवसर पर महाप्रबंधक अंजली गोयल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने मोजाम्बिक को निर्याति‍त रेल इंजन के संबंध में उपस्थित प्रमुख विभागाध्यक्षगण के साथ विस्तारपूर्वक तकनीकी विचार-विमर्श किया। चर्चा के दौरान मोजाम्बिक इंजनों से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल तकनीकी चर्चा से काफी प्रसन्न थे। तदोपरांत् उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल बरेका कर्मशाला के विभिन्न शॉपों जैसे न्यू् ब्लॉक शाप, इंजन टेस्ट शॉप, लोको असेम्बली शॉप में जाकर इंजन उत्पादन से संबंधित प्रक्रिया तथा उपलब्ध‍ निर्माण सुविधाओं का अवलोकन किया तथा विभिन्न तकनीकी विषयों पर संबंधित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त‍ की। प्रतिनिधिमंडल निर्माण सुविधाओं से काफी प्रभावित हुए। इसके पूर्व बरेका के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर राजेश कुमार राय ने प्रतिनिधिमंडल को पुष्प गुच्छॉ भेंट कर स्वागत किया।

उल्लेखनीय है कि दिनांक 10 मार्च, 2021 को 3000 एचपी केप गेज मोजांबिक को निर्यात हेतु प्रथम 02 रेल इंजन को हरी झंडी दिखाकर केंद्रीय रेल, वाणिज्य और उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री, पीयूष गोयल एवं जनेफर अब्दुलाई परिवहन और संचार मंत्री, मोजाम्बिक सरकार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रवाना किया गया था।

मोजाम्बिक को निर्यात केप गेज डीजल लोको को भारत में निर्मित और भारत द्वारा वित्तपोषित किया गया है। यह बरेका का पहला AC-AC ट्रैक्शन सिस्टम 3000 HP, केप गेज लोको है। इन लोकोमोटिव की क्षमता 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 2255 टन है। इंजन का सबसे महत्वपूर्ण आइटम यानी क्रैंक-केस असेम्बली बरेका में इन-हाउस तैयार किया है। इन्हें भारतीय रेलवे के पीएसयू, राइट्स लिमिटेड के माध्यम से निर्यात किया गया।

रिपोर्ट-संजय गुप्ता

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