लखनऊ। अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश में लगभग बारह वर्षों बाद प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव के बाद राज्य में पार्टी में एक बार फिर जान वापस लौटने लगी है। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी प्रतिदिन कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे है, और लोगों को संगठन में जोड़ने का काम तेजी से कर रहें है।
यहीं नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं की बैठकों के कार्यक्रम के साथ अपने एवं अन्य प्रमुख नेताओं के दौरे के कार्यक्रम तैयार किये जा रहे है, ताकि संगठन की सक्रियता में तेजी लायी जा सके। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी प्रदेश में वर्षों से निष्क्रिय पड़ी विभिन्न इकाईयों में जान फूंकने में लगे हुये है, जिसका परिणाम यह है कि कई इकाईयां हाथ से हाथ मिलाकर सक्रिय भूमिका में आ गयी है और कई ऐसी इकाईयां जो पूरी तरह से शून्यता में थी वहां पार्टी को आगे बढ़ाने के लिये में नये सदस्यों को पार्टी के कार्यकलापों के बारे में प्रशिक्षित कर जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो हिन्दू महासभा भविष्य में राजनीतिक गलियारे में अपनी ताकत का अहसास कराने के लिये हजारों की संख्या में सड़कों पर न सिर्फ उतारने की तैयारी भी कर रही है बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में मजबूत दावा करने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि हिन्दू महासभा की अयोध्या में आगामी 20 दिसम्बर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एवं एक दिन पूर्व 19 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के अधिवेशन के बाद यह कदम उठाया जायेगा।
पार्टी के एक पुराने नेता भी मानते है कि ऋषि त्रिवेदी के हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष बनने के बाद जो सक्रियता और पार्टी के कार्य में तेजी देखी जा रही है, उससे पुराने हिन्दु महासभाईयों में एक बार फिर जोश उभर कर सामने आने लगा है, और उम्मीद है कि पार्टी अपने पुराने सभी विवादों को भुलाकर खासकर उत्तर प्रदेश के सभी नये पुराने हिन्दू महासभा के पुराने नेता एकसाथ नजर आयेगें और प्रदेश में हिन्दुत्व की राजनीति में एक मजबूत विकल्प के रूप में जनता के सामने होगी।