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सावन में मध्य प्रदेश के ज्योतिर्लिंगों के कैसे करें दर्शन, जानें रूट और खर्च

22 जुलाई से सावन शुरू हो रहे हैं। सावन मास भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना है। इस महीने में शिव जी और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस कारण श्रावण मास में शिव जी को प्रसन्न करना सरल माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सावन के महीने में भगवान शिव के मंदिरों के दर्शन, रुद्राभिषेक करने और सावन के सोमवार को उपवास करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

इसी कारण सावन के महीने में कावड़ यात्रा निकाली जाती है। लोग देश भर के शिव मंदिरों, ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए जाते हैं। अगर आप भी सावन के महीने में किसी प्रसिद्ध शिव मंदिर में पूजा करना चाहते हैं तो मध्य प्रदेश में स्थित ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकते हैं।

मध्य प्रदेश में दो प्रमुख ज्योतिर्लिंग स्थित है- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग। इन दोनों स्थानों का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है। आइए जानते हैं एमपी के दोनों ज्योतिर्लिंगों के बारे में और कैसे इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकते हैं।

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, उज्जैन

मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित हैं। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर शिव के सबसे पवित्र अवतारों में से माना जाता है। यह मंदिर क्षिप्रा नदी के तट पर बसा है। महाकाल में सुबह 4 बजे भस्म आरती होती है। इसमें शामिल होने के लिए पहले से आनलाइव या मंदिर कार्यालय में पंजीकरण करना आवश्यक होता है।

पुरुषों को भस्म आरती के लिए धोती पहननी होती है, वहीं महिलाओं को साड़ी में प्रवेश मिलता है। मंदिर परिसर में प्रसाद और पूजन की व्यवस्था है। विशेष पूजा के लिए पहले से बुकिंग कराई जा सकती हैं।

कैसे पहुंचें

महाकालेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए उज्जैन से निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट है, जोकि इंदौर में है। यहां से उज्जैन की दूरी 58 किमी है। वहीं उज्जैन रेलवे स्टेशन और बस अड्डा भी मंदिर के पास है।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, खंडवा

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर है। यह मंदिर नर्मदा नदी के किनारे बसा है और इसका आकास ओम के जैसा है। इसे द्वादश ज्योतिर्लिंगों में स्थान प्राप्त है।

कैसे पहुंचें

इंदौर हवाई अड्डे से ओंकारेश्वर की दूरी लगभग 77 किमी है। निकटतम रेलवे स्टेशन ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन है, जो कि मंदिर से लगभग 12 किमी दूर है। सड़क मार्ग से भी खंडवा पहुंचा जा सकता है। यात्रा के लिए पहले उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए पहुंच सकते हैं। यहां दर्शन के बाद खंडवा के लिए रवाना हो सकते हैं, जिसके लिए सड़क मार्ग के जरिए लगभग ढाई से तीन घंटे में महाकाल से ओंकारेश्वर पहुंचा जा सकता है।

खर्च

दिल्ली से उज्जैन या इंदौर के लिए रेल का किराया लगभग दो हजार रुपये हो सकता है। यहां से बजट के मुताबिक बस या टैक्सी से सफर कर सकते हैं। महाकाल से ओंकारेश्वर के लिए टैक्सी दो से तीन हजार रुपये में बुक हो जाएगी। धर्मशाला, सस्ते होम स्टे या लगभग 500 रुपये तक होटल में कमरा मिल जाएगा। मध्य प्रदेश के दोनों ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए दो दिन की समय अवधि में लगभग 6 से 9 हजार रुपये तक खर्च हो सकते हैं।

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