वर्तमान लाइफ स्टाइल के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। एेसे में डाक्टर बीमार व्यक्ति को दवाइयों के साथ फलों का जूस पीने की सलाह भी देते हैं लेकिन मरीज द्वारा दवाई खाते समय इस बात का जरा भी ध्यान नहीं दिया कि जूस लेने का सही तरीका और टाइम क्या है।
अगर आप नाश्ते के दौरान मैडिसिन लेते समय फ्रूट जूस भी पी रहे हैं तो इससे दवा का रिएक्शन भी हो सकता है। इसके अलावा दवाइयों के साथ कुछ ख़ास फलों का जूस पीने से दवाइयां बेअसर भी हो सकती हैं।
डॉक्टरों के अनुसार दवाओं को पानी के साथ ही लेना चाहिए। अगर हम संतरा और सेब के ज्यूस की बात करे तो यह भी शरीर में दवाओं के सोखने की क्षमता को बहुत हद तक कम कर देता है। अंगूर के ज्यूस की बात करें तो यह शरीर में कुछ दवाओं को सोखने की क्षमता बहुत कम कर सकता है।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के अनुसार भी दवाओं का सेवन अंगूर के जूस के साथ कतई नहीं करना चाहिए। अंगूर, संतरे व सेब का रस कैंसर की दवा एटोपोवफोस, बीटा ब्लॉकर दवा एटेनोलोल और एंटी ट्रांसप्लांट रिजेक्शन ड्रग सिस्लोस्पोरीन, सिप्रोफ्लॉक्सासिन, लिवोफ्लॉक्सासिन व इट्राकॉनाजोल जैसे एंटीबायोटिक्स का असर बहुत हद तक कम कर देता है।