केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने राज्यसभा में ये जानकारी देते हुए बताया कि, इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन(ILO) की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि, दुनिया के मुकाबले भारत में बेरोजगारी दर सबसे कम है। श्रम और रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने सदन में प्रशनकाल के दौरान कहा कि, आईएलओ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में बेरोजगारी दर 3.5 प्रतिशत है, जबकि चीन में यह दर 4.7 प्रतिशत है और पूरे एशिया महाद्वीप में 4.2 प्रतिशत है।
संतोष गंगवार ने लोकसभा में कहा कि बेरोजगारी को लेकर लोकसभा चुनावों से पहले दिया गया आंकड़ा सही नहीं था। उन्होंने कहा, ‘ILO रिपोर्ट में भारत को दुनिया में सबसे कम बेरोजगारी दर वाला देश बताया गया है। भारत की स्थिति दूसरे देशों से बेहतर है।’
गंगवार ने कहा कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है, लेकिन लोग स्थाई और सरकारी नौकरी चाहते हैं। असंगठित सेक्टर में घटती नौकरियों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमारे पास असंगठित क्षेत्र में इस तरह की कमी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’ संतोष गंगवार के मुताबिक रोजगार पैदा करने के लिए सरकार बहुत सक्रिय है। उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र में हर साल एक करोड़ रोजगार पैदा हुए हैं।
उनसे यह सवाल भी पूछा गया कि सरकारी नौकरियों की कुछ श्रेणी के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया खत्म करने का फायदा क्या वाकई बेरोजगारों को मिल रहा है? इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि ‘D’ कैटिगरी के पदों के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया खत्म की गई है और इसका फायदा हो रहा है। करीब 10-12 प्रतिशत पद हर साल खाली हो रहे हैं और उन्हें भरने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में जॉब ऑफर करने में एक साल लगता है।
गंगवार ने आगे बताया, ‘पिछले 5 सालों में UPSC और SSE के तहत 2,45,470 सरकारी नौकरियां निकाली गईं। इसके अलावा, सरकार पदों को भरने के लिए एजेंसियां भी नियुक्त कर रही है। हमारा प्रयास रहता है कि हम समय-समय पर नियुक्तियों के बारे में जानकारी देते रहें।’