रिपोर्ट- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ विश्वविद्यालय के ई-कंटेंट कमिटी द्वारा को एक वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक था “ई-लर्निंग: आज की आवश्यकता।” इस वेबिनार का शुभारम्भ लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अलोक कुमार राय द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में कुलपति महोदय ने मौजूदा समय में ई-लर्निंग की महत्ता को बताया और उसको शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणामों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बताया
भौतिकी विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो. पूनम टंडन ने स्वागत संबोधन में ई-लर्निंग को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए एक मितव्ययी साधन बताया। वेबिनार के पहले व्याख्यान में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, मैनेजमेंट संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. सुजीत कुमार दुबे ने ई-लर्निंग प्रणाली को शिक्षकों तथा शिक्षार्थियों के लिए कम समय व कम श्रम में अनुकूल परिणाम देने वाला साधन बताया।
दूसरे स्पीकर के तौर पर एडिशनल डीन, अकादमिक लखनऊ विश्वविद्यालय एवं शिक्षा विभाग की प्राध्यापिका, डॉ. किरण लता डंगवाल ने ई-लर्निंग को स्मार्ट स्टडी का साधन बताते हुए शिक्षा के क्षेत्र में इसके योगदान की सार्थकता के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किये।
डॉ. विनीता प्रकाश, प्रिंसिपल, आईटी कॉलेज, लखनऊ ने अपने व्याख्यान में ई-लर्निंग और टेक्नोलॉजी पर आधारित शिक्षण को समय के साथ आगे बढ़ने का माध्यम बताया।
वेबिनार की समाप्ति पर प्रो. अवधेश त्रिपाठी, कॉमर्स विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, ने अपने धन्यवाद् ज्ञापन में ई-लर्निंग को आज की ज़रूरत बताते हुए टेक्नोलॉजी के ज्ञान को अति आवश्यक बताया। इस वेबिनर में हजारों की संख्या में शिक्षकों और प्रशासको ने पंजीकरण किया।