• पत्रकारिता के उद्देश्यों पत्रकारों और समाचार पत्रों के लिए समर्पित है आईना
लखनऊ ऑल इंडिया न्यूजपेपर संगठन आईना द्वारा गोमती नगर एफिल क्लब में एक आयोजन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं पत्रकारिता के पुरोधाओं द्वारा आईना के राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारीयों और सदस्यों को सदस्यता ग्रहण कराई गई।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार और आईना के मार्गदर्शक, संरक्षक, सलाहकार इस आयोजन में उपस्थित रहे। जिसमें अजय कुमार, पूर्व सूचना आयुक्त वीरेंद्र सक्सेना, वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र दुबे, भास्कर दुबे, अजय श्रीवास्तव, आईना के राष्ट्रीय संरक्षक मनोज मिश्रा, आईना के राष्ट्रीय सलाहकार सुशील दुबे, इस मौके पर कई समाजसेवियों, सेविकाओं ने आईना के कार्यों की सराहना करते हुए संगठन की विचार धाराओं और कार्यों का समीक्षक विचार सैकड़ो की संख्या में आए पत्रकारों के बीच रखे। वैदेही वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्षता और समाजसेवी रूबी राज सिंह सैयद जरीन और हिना नदीम मनी मिश्रा ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
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वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार और पूर्व सूचना आयुक्त वीरेन्द्र सक्सेना ने पूर्व एवं वर्तमान पत्रकारिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज की पत्रकारिता में काफी बदलाव आया है पहले संसाधनों की कमी हुआ करती थी अब डिजिटल पत्रकारिता का दौर है, जहां गूगल बाबा और यूट्यूब के माध्यम से सारी जानकारियां हासिल हो जाती है। जहां पढ़ने, लिखने, बोलने, सीखने और उसे समझने की जो शिक्षा शिक्षक द्वारा दी जाती थी। वह समाप्त होती नजर आ रहा है।
वीरेंद्र सक्सेना ने कहा ऐसी विषम परिस्थितियों में भी आईना संगठन द्वारा चिकित्सा प्रकोष्ठ और विधिक प्रकोष्ठ का गठन करते हुए पत्रकारों के हित में जो कदम उठाया गया है वह सराहनीय और स्वागत योग्य है। आगे चलकर इससे पत्रकार लाभान्वित होंगे पत्रकारों को इलाज और विधिक सेवाओं में मदद मिलेगी। इसके साथ ही सुरेंद्र दुबे, अजय श्रीवास्तव, भास्कर दुबे, और सुशील दुबे ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
इसी क्रम में बोलते हुए अनुपम चौहान ने कहा कि आईना परिवार एक संगठन ही नहीं बल्कि विचारधारा है और संगठित रहना अपने अधिकारों और उद्देश्यों को प्राप्त करने का सशक्त माध्यम है सकारात्मक सोच संवाद आपसी प्रेम वात्सल्य और आत्मीयता ही संगठन की शक्ति है जो परस्पर एक दूसरे के सहयोग से ऊंचाइयों पर पहुंचाती है। जैसा कि आईना परिवार में आपसी सौहार्द धर्मनिरपेक्षता और पत्रकारों के प्रति चिंतन देखने को मिलता है।
आईना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय वर्मा ने कहा धीरे-धीरे अब लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों की संख्या प्रदेश में कम होती जा रही है। यह एक चिंता का विषय है जबकि लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों का अपना एक अस्तित्व रहा है, यह वही समाचार पत्र है जो गांव किसान खेत खलिहान मजदूरों की आवाजों को और उनकी समस्याओं को प्रमुखता से गांव के सरपंचों विधायकों और नेताओं को पहुंचाने का काम करते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण कराते थे। इन लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के समाचार संकलन में एक अहम भूमिका होती थी।
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इनके समाचारों पर ही बड़े समाचार पत्रों की हमेशा नजर रहती थी। परंतु आज सरकार की दोहरी नीतियों और उनके द्वारा बनाए गए मानक के कारण छोटे समाचार पत्रों और साप्ताहिक समाचार पत्रों के सामने विकट समस्याएं हैं सरकार द्वारा विज्ञापन न दिया जाना भी इन्हें भुखमरी की कगार पर खड़ा करते हुए समाचार पत्र बंद करने की ओर प्रेरित कर रहा है।
चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ आदर्श त्रिपाठी ने अपनी टीम के साथ आईना परिवार एवं उनसे जुड़े सभी पत्रकारों के समुचित इलाज की बात की।
सभी पदाधिकारी के सदस्यता ग्रहण के उपरांत आईना के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह का जन्मदिन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ सभी पत्रकारों ने मनाया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों सहित कई समाजसेवी और समाज सेविकाएं सैकड़ो की संख्या में पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।