पाकिस्तान के जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी हाल के महीनों में सुरक्षा बलों के खिलाफ विद्रोहियों की तरफ से किए गए हमलों में बढ़ोत्तरी के बाद आतंकवादियों के खिलाफ नए अभियान के संबंध में आधिकारिक परामर्श बैठक में भाग लेगी।
हाल ही में सरकार ने लॉन्च किया खास ऑपरेशन
बता दें कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले महीने देश में आतंकवाद के ज्वार को रोकने के लिए ‘ऑपरेशन अज्म-ए-इस्तेहकाम’ शुरू करने की घोषणा की थी। हालांकि, नए सैन्य हमले के विचार को इमराम खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समेत कई राजनीतिक दलों से ठंडी प्रतिक्रिया मिली।
सर्वदलीय सम्मेलन आयोजित कर रही सरकार
वहीं नए अभियान के बारे में आलोचना को कम करने और व्यापक समर्थन हासिल करने के लिए, शहबाज सरकार ने नई सैन्य रणनीति के बारे में सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेने और आतंकवादियों के खिलाफ नए अभियान पर एक सर्वदलीय सम्मेलन (एपीसी) आयोजित करने का फैसला किया है।
देश के लिए बैठक में होंगे शामिल- इमरान
रावलपिंडी की अदियाला जेल में एक मामले की सुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान इमरान खान ने घोषणा की कि पीटीआई के नेता पर्यवेक्षक के तौर पर सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, यह राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा है और हम देश की खातिर सम्मेलन में शामिल होंगे। शहबाज सरकार ने नए ऑपरेशन के बारे में गठबंधन और विपक्षी दलों की चिंताओं को दूर करने और उग्रवाद से निपटने के मुद्दों पर पार्टियों के बीच राजनीतिक सहमति बनाने के लिए एपीसी को बुलाने का फैसला किया। हालांकि इस सम्मेलन की तारीख और समय की अभी घोषणा नहीं की गई है, जिसके अगले सप्ताह तक होने की उम्मीद है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज ने 22 जून को एक उच्च स्तरीय समिति की बैठक के बाद देश में आतंकवाद और उग्रवाद को खत्म करने के लिए ऑपरेशन अज्म-ए-इस्तेहकाम को मंजूरी दी थी। यह घोषणा चीन के एक प्रतिनिधिमंडल की तरफ से पाकिस्तान का दौरा करने और देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रहे चीनी नागरिकों पर लगातार आतंकवादी हमलों पर बातचीत करने के बाद की गई।