ब्रिटैन में पाए जाने वाले कोरोना वायरस के नए रूप ने भारत में दस्तक दे दी हैं। अब इस नए कोरोना स्ट्रेन के मामले देश में 20 हो गए हैं, जिनमें से आठ अकेले दिल्ली में पाए गए हैं। मंगलवार को छह यूके-रिटर्न के नमूनों में यह नया स्ट्रेन पाया गया था।
भारत में यह संख्या बढ़ने की संभावना है। दिल्ली में नए वायरस स्ट्रेन (8) के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, इसके बाद बेंगलुरु (7) है। सरकार ने कहा कि पिछले एक महीने में ब्रिटेन से लौटे 33,000 यात्रियों का पता लगाया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक विस्तृत बयान में कहा था, “यूके के वापस आने वाले व्यक्तियों के कुल छह नमूनों में नए यूके वेरिएंट जीनोम पाया गया है। इनमें से तीन निमहंस, बेंगलुरु में, दो CCMB, हैदराबाद में और एक NIV, पुणे में हैं। इन सभी व्यक्तियों को संबंधित राज्य सरकारों द्वारा नामित हेल्थकेयर सुविधाओं में अलग-अलग सिंगल रखा गया है। उनके करीबी संपर्क में आने वाले लोगों को भी क्वारंटीन कर दिया गया है।”
पिछले हफ्ते, यूके सरकार ने कहा कि देश में वायरस के एक नए संस्करण का पता चला था। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नए स्ट्रेन के पाए जाने के बाद लोगों से घर में रहने और उत्सव के लिए बाहर नहीं निकलने की अपील की थी।
वैक्सीन नए स्ट्रेन के खिलाफ काम करेगी: भारत के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “अन्य नमूनों पर जीनोम अनुक्रमण चल रहा है। स्थिति सावधानीपूर्वक निगरानी में है और राज्यों को आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं में नमूनों की बढ़ी निगरानी, रोकथाम, परीक्षण और प्रेषण के लिए नियमित सलाह दी जा रही है।”
SARS-CoV-2 वायरस के नए संस्करण के बारे में संज्ञान लेते हुए भारत ने 23 दिसंबर की आधी रात से 31 तक ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया। नया संस्करण कथित तौर पर पहले से प्रसारित वेरिएंट की तुलना में अधिक ताकतवर है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसा ‘कोई सबूत नहीं है’ कि टीके नए स्ट्रेन के खिलाफ विफल होंगे।
मंगलवार को भारत के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा, “टीके यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरिएंट के खिलाफ काम करेंगे। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वर्तमान टीके इन COVID-19 वेरिएंट से सुरक्षा करने में विफल रहेंगे।”