लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर में पंचायत चुनावों में हुई हिंसा को गंभीरता से लेते हुये सीओ,एसओ,एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर लिया है। इसके अलावा उन्होंने आरोपी के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में पंचायत चुनाव में सपा मुखिया का नाम लिए बिना कहा कि सपा सरकार की गुंडई जगजाहिर है। पिछली सरकार में ऐसा कोई चुनाव नहीं हुआ था, जिसमें लोगों की जानें नहीं गईं। सपा की गुंडई की आदत अभी गई नहीं है और वह पंचायत चुनाव में अराजकता की हदें पार कर रहे हैं और जब उनकी मनमानी नहीं हो पा रही है, तब कानून व्यवस्था संभाल रहे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर गलत आरोप लगा रहे हैं। सपा के ही एक एमएलसी का वीडियो वायरल हो रहा, जिसमें वह खुद सपा की गुंडई को सर्टिफाइड कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर रही है। प्रदेश में किसी को भी अराजकता फैलाने की छूट नहीं दी गई है, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने सुबह ही उच्चाधिकारियों की बैठक में ब्लॉक प्रमुख निर्वाचन प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि किसी भी दशा में माहौल खराब करने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले सवा चार साल में प्रदेश में जितने भी चुनाव हुए हैं, वह पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि लोगों ने समाजवादी पार्टी की सरकार में गुंडई की चरम सीमा को देखा है। सत्ता से दूर जाने के बाद भी आज भी सपा नेता अपने हरकतों से बाज में नहीं आ रहे। सपा मुखिया को यह समझना चाहिए कि यह भाजपा सरकार है, जिसमें अराजकता, गुंडई और अपराधियों को संरक्षण देने के बजाय जेल की सलाखों में भेज दिया जाता है।