पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में भी तालिबान की तरफदारी की। उन्होंने कहा कि दुनिया को अफगानिस्तान की मदद करनी होगी। अफगानिस्तान को बाहर से नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।
पहले भी कई बार तालिबान के प्रति अपने प्रेम को जाहिर कर चुके इमरान खान ने एससीओ की 20 वीं बैठक में कहा कि अफगानिस्तान में मानवीय संकट को टालने के लिए वैश्विक स्तर पर मदद करनी होगी।
इमरान खान ने अपने भाषण में यह भी कहा कि काबुल में तालिबान द्वारा सत्ता पर काबिज होने के बाद नई सचाई सामने आई है। अब विश्व समुदाय की जिम्मेदारी है कि वहां दोबारा संघर्ष न छिड़े और सुरक्षा को खतरा उत्पन्न न हो।
कट्टरपंथ ने चुनौती को और अधिक स्पष्ट कर दिया है। एससीओ को इस्लाम से जुड़े उदारवादी, सहिष्णु तथा एवं समावेशी संस्थानों और परंपराओं के बीच मजबूत सम्पर्क विकसित करने के लिए काम करना चाहिए।