राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति नहीं जलेगी. इसका विलय शुक्रवार को इंडिया गेट से 500 मीटर की दूरी पर स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में कर दिया जाएगा.
साल 1972 से हर साल राष्ट्रीय महत्व के दिन जैसे 15 अगस्त, 26 जनवरी को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री यहां शहीदों के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते थे. इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलय करने पर नेताओं और पूर्व सैनिकों ने अलग-अलग प्रतक्रिया दी है. वहीं सरकार ने कहा है कि अमर जवान ज्योति को बुझाया नहीं जा रहा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा- ‘बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा. कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहींं, हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे!’
वहीं कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने कहा- ‘जो भी किया जा रहा है वह राष्ट्रीय त्रासदी है और इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश हो रही है. इसका मतलब यह नहीं कि वे अमर जवान ज्योति को बुझा दें.’