भारत (India) की जनसंख्या 142.86 करोड़ (population 142.86 crore) हो गई है और वह चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया। चीन को यह बात पसंद नहीं आई। अब चीनी अधिकारी भारत पर नस्लीय टिप्पणी कर रहे हैं।
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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन (Wang Wenbin) ने भारत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी देश के जनसांख्यिकीय लाभांश का आकलन करते समय यह देखना भी महत्वपूर्ण है कि उसकी क्वालिटी कैसी है। केवल साइज पर नहीं जाना चाहिए।
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उन्होंने कहा, “किसी देश के जनसांख्यिकीय लाभांश का आकलन करते समय, हमें न केवल इसके साइज बल्कि इसकी क्वालिटी को भी देखने की जरूरत है। साइज मायने रखता है, लेकिन जो अधिक मायने रखता है वह प्रतिभा संसाधन (टैलेंट रिसोर्स)। 1.4 बिलियन चीनी में से लगभग 900 मिलियन कामकाजी उम्र के हैं और औसतन 10.9 साल की शिक्षा प्राप्त की है।” चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बुधवार को कहा कि जनसंख्या लाभांश न केवल मात्रा पर बल्कि गुणवत्ता पर भी निर्भर करता है।