अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब भारत- चीन सीमा विवाद मसले पर मध्यस्थता करना चाहते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट करके कहा कि चीन -भारत दोनों देशों को सूचना दी है कि वह सीमा विवाद में मध्यस्थता को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका योग्य भी है और तैयार भी है. इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान को कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने का सुझाव दिया था जिसे भारत ने खारिज कर दिया.
भारत और चीन के बीच पिछले 20 दिनों से जारी गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम, उत्तराखंड और अरूणाचल प्रदेश के साथ लद्दाख से जुडे संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी को मजबूत बनाया है, जो ऐसा संदेश देने के लिये है कि भारत, चीन के आक्रामक सैन्य रुख के दबाव में बिल्कुल नहीं आयेगा.
गौरतलब है कि लद्दाख में स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब करीब 250 चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच 5 मई को झड़प हो गई और इसके बाद स्थानीय कमांडरों के बीच बैठक के बाद दोनों पक्षों में कुछ सहमति बन सकी. इस घटना में भारतीय और चीनी पक्ष के 100 सैनिक घायल हो गए थे. इस घटना पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. 9 मई को उत्तरी सिक्किम में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी.
चीन ने कहा, सीमा पर हालात स्थिरचीन ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ सीमा पर हालात पूरी तरह स्थिर और नियंत्रण-योग्य हैं. दोनों देशों के पास बातचीत और विचार-विमर्श करके मुद्दों को हल करने के लिए उचित तंत्र और संचार माध्यम हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि सीमा से संबंधित मुद्दों पर चीन का रुख स्पष्ट और सुसंगत है.
उन्होंने कहा, हम दोनों नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति और दोनों देशों के बीच हुए समझौते का सख्ती से पालन करते रहे हैं. भारत-चीन के बीच करीब 3,500 किलोमीटर लंबी एएलसी दोनों देशों के बीच वस्तुत: सीमा का काम करती है. हाल के दिनों में लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में भारत और चीन की सेनाओं ने अपनी उपस्थिति काफी हद तक बढ़ाई है. यह दोनों देशों की सेनाओं के बीच दो अलग-अलग, तनातनी की घटनाओं के दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी तनाव बढऩे और दोनों पक्षों के रुख में कठोरता आने का स्पष्ट संकेत देता है.