भारत थार के रेगिस्तान में घुसपैठ रोकने के इरादे से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर 32 किलोमीटर लंबे इलाके में अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर की तर्ज पर ड्रैगन फेंसिंग करेगा। पी. चिदंबरम की अगुआई वाली कमेटी ने हाल ही में राज्यसभा में एक रिपोर्ट पेश की थी। जिसमें इस इलाके में ड्रैगन फेंसिंग लगाने की सलाह दी गई थी।
केंद्र ने पार्लियामेंटरी कमेटी की रिपोर्ट पर सहमति जताते हुए सीपीडब्ल्यूडी के एक्सपर्ट्स से इस तरह की फेंसिंग की स्टडी कर इसे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर लगाने के तरीकों पर विचार करने को कहा है।
ड्रैगन फेंसिंग लगाने के दौरान जमीन के अंदर कोई कंस्ट्रक्शन नहीं किया जाता है बल्कि यह पूरी फेंसिंग हवा में ही टिकी रहती है। इसके बाद भी नीचे से निकलना बेहद मुश्किल है।इसे मशीन की मदद से रेत के नए टीलों पर आसानी से शिफ्ट किया जा सकता है। फ़िलहाल अमेरिका इस तकनीक का इस्तमाल करते हुए मेक्सिको से सटे अपने बॉर्डर पर ऐसी फेंसिंग का निर्माण करवा रहा है।(एजेंसी)