भारत ने पश्चिमी देशों को 6.65 अरब डॉलर के रूसी कच्चे तेल का निर्यात किया है। वहीं, अमेरिका ने भारत से 1.2 अरब यूरो का क्रूड खरीदा है। फिनलैंड की सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (सीआरईए) ने एक रिपोर्ट में कहा, यूक्रेन पर हमले के विरोध में अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी देशों ने दिसंबर, 2022 में रूसी तेल के आयात का मूल्य दायरा तय कर दिया था। इसके बाद के 13 माह में रूसी क्रूड से शोधित पेट्रोलियम उत्पादों के भारतीय निर्यात में पश्चिी देशों का हिस्सा एक तिहाई रहा है। इन देशों को भारत ने 6.65 अरब डॉलर का रूसी तेल से निर्यात किया है।
जामनगर रिफाइनरी ने 5.2 अरब यूरो का किया निर्यात
भारत ने निर्यात के लिए 3.04 अरब यूरो का क्रूड रूस से आयात किया था। पश्चिमी देशों को किए निर्यात में बड़ा हिस्सा जामनगर स्थित रिलायंस रिफाइनरी का रहा है। इसने 5.2 अरब यूरो का निर्यात किया है।
आयात बिल कम करने में मिली मदद
सीआरईए ने कहा, भारत ने बीते दो साल में रूस से बड़े पैमाने पर क्रूड का आयात किया है। वह आयातित क्रूड को शोधित कर जी-7 देशों, यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया को निर्यात कर रहा है। किफायती दरों पर रूसी क्रूड मिलने से भारत को अपना आयात बिल घटाने में भी मदद मिली है।