भारत में सेवा क्षेत्र का विस्तार सितंबर में नवंबर 2023 के बाद सबसे धीमी गति से हुआ। एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई सर्वे ने इसकी पुष्टि की है। ये आंकड़े नए कारोबार और वैश्विक स्तर पर बिक्री व आउटपुट पर आधारित हैं। सितंबर में पीएमआई इंडेक्स का आंकड़ा अगस्त के 60.9 की तुलना में कम होकर 57.7 रहा। हालांकि, यह इंडेक्स के न्यूट्रल मार्क 50.0 के ऊपर सफल रहा।
एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई ने शुक्रवार को दिखाया कि नए व्यवसाय, अंतर्राष्ट्रीय बिक्री और उत्पादन के मामले में भारत में सेवा क्षेत्र की वृद्धि नवंबर 2023 के बाद सबसे धीमी दरों पर बढ़ी। एसएंडपी ग्लोबल की ओर से संकलित एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई सर्वेक्षण के अनुसार सितंबर में सूचकांक मूल्य 50.0 के तटस्थ निशान से ऊपर रहा। अगस्त के 60.9 से गिरकर 57.7 पर आने वाले हेडलाइन आंकड़े ने विस्तार की एक नरम, हालांकि अब भी ऐतिहासिक रूप से मजबूत दर का संकेत दिया।
पीएमआई सूचकांक को 0 और 100 के बीच मापा जाता है। जिसमें 50 से ऊपर का आंकड़ा विस्तार जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा क्षेत्र में संकुचन को दर्शाता है। सितंबर महीने में सेवा क्षेत्र की वृद्धि में नरमी आने का एक कारण निर्यात के नए ऑर्डरों में कमी आना रहा। 2024 में विस्तार की दर अब तक सबसे कमजोर रही है। फिर भी, कुछ फर्मों ने एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, मध्य पूर्व और अमेरिका से लाभ हासिल किया। सर्वे के अनुसार, सेवा कंपनियों के मार्जिन में और कमी आने की संभावना है, क्योंकि महंगाई बढ़ने से कीमतें भी धीमी गति से बढ़ी हैं।