बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की इंटर परीक्षा आज से शुरू हो गई है। बुधवार को पहली पारी में 12वीं गणित का पेपर आयोजित हुआ। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की चेकिंग करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया।
बिहार बोर्ड ने इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए खास सतर्कता बरती है। नकल की घटनाओं को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को जूते-मौजे पहनकर आने पर रोक है। ठंड के मौसम में भी स्टूडेंट्स को चप्पल पहनकर ही आने की सलाह दी गई है। यह सूचना विद्यालय परीक्षा समिति ने पहले ही जारी कर दी थी। इसके बावजूद पहले दिन कई बच्चे जूते पहनकर एग्जाम सेंटर पहुंच गए। ऐसे में एग्जाम सेंटर के बाहर सभी स्टूडेंट्स की कड़ाई से जांच की गई। जो परीक्षार्थी जूते पहनकर आए, उनसे उतरवाए गए। फिर उन्हें नंगे पैर ही एग्जाम देना पड़ा।
पटना के एक स्कूल में 12वीं की परीक्षा देने आई एक बीमार बच्ची से भी जूते खुलवाए गए और फिर एग्जाम हॉल में प्रवेश दिया गया। वह बच्ची बीते तीन दिनों से अस्पताल में भर्ती थी।
जो परीक्षार्थी जूते-मौजे पहनकर आ गए थे, उनसे जूते उतरवाए गए। उन्हें नंगे पैर ही एग्जाम सेंटर में जाने की अनुमति मिली। हालांकि चप्पल पहने परीक्षार्थियों को सीधे प्रवेश मिल गया।