Breaking News

क्‍या केल-पालक जैसी सब्‍ज‍ियों को कच्‍चा खाना सेहत के ल‍िए हान‍िकारक होता है? एक्‍सपर्ट से जानें

पालक और केल शरीर के ल‍िए सुपरफूड माने जाते हैं। इन सब्‍ज‍ियों में पोषक तत्‍वों की भरपूर मात्रा होती है। इन सब्‍ज‍ियों में एंटीऑक्‍सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर को हेल्‍दी रखने के ल‍िए जरूरी है। इन सब्‍ज‍ियों का सेवन करके हार्ट की बीमारी और शरीर की अन्‍य गंभीर बीमार‍ियों से बचा जा सकता है। पालक और केल में फाइबर, व‍िटाम‍िन-सी और कैल्‍श‍ियम की भरपूर मात्रा होती है। पालक को घरों में सलाद या सब्‍जी की तरह खाया जाता है। पालक का सूप भी तैयार होता है लेक‍िन उसके ल‍िए पालक को पकाया नहीं जाता। पालक को कच्‍चा ही खाया जाता है। लेक‍िन क्‍या पालक और केल जैसी सब्‍ज‍ियों को कच्‍चा खाना सेहतमंद है? इसका जवाब हम आगे व‍िस्‍तार से जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटीश‍ियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।

क्‍या केल और पालक को कच्‍चा खाना चाह‍िए?- Eating Raw Spinach is Good For Health or Not

डाइटीश‍ियन सना गिल ने बताया क‍ि केल और पालक को कच्‍चा खाने से बचना चाह‍िए। ज‍िन लोगों को गैस्‍ट्र‍िक या आंत से संबंध‍ित समस्‍याएं होती हैं, उन्‍हें केल या पालक जैसी सब्‍ज‍ियों को कच्‍चा खाने से बचना चाह‍िए। ऐसा इसल‍िए क्‍योंक‍ि इससे एस‍िड‍िटी या पेट में दर्द की समस्‍या हो सकती है। इन सब्‍ज‍ियों को कच्‍चा खाने से गठ‍िया के लक्षण भी बढ़ सकते हैं। पालक का अध‍िक सेवन करने से सूजन की समस्‍या भी बढ़ सकती है। पालक और केल में व‍िटाम‍िन्‍स और म‍िनरल्‍स की भरपूर मात्रा होती है। ले‍क‍िन ये सब्‍ज‍ियां एंटीकोऑगुलेंट दवाओं के असर को कम कर सकते हैं। यह दवाएं खून को पतला करने के ल‍िए दी जाती हैं। अगर आप ऐसी दवाओं का सेवन कर रहे हैं, पालक और केल का सेवन सीम‍ित मात्रा में करें।

हरी पत्तेदार सब्जियां खाने का सही तरीका- How to Eat Green Leafy Vegetables

हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने से पहले अच्‍छी तरह से धोकर साफ कर लें। ऐसी सब्‍ज‍ियों को पकाकर खाएं। ध्‍यान रखें क‍ि हरी पत्तेदार सब्जियों को ज्‍यादा न पकाएं। इससे सब्‍ज‍ी जल्‍दी खराब हो जाती है। हरी पत्तेदार सब्जियों को कच्‍चा खाने से शरीर में दुष्‍प्रभाव हो सकते हैं। सही मात्रा में इसका सेवन करना चाह‍िए। हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से पहले आपको यह जान लेना चाह‍िए या इसका सेवन करने से मतली या सूजन की समस्‍या न हो रही हो।

About News Desk (P)

Check Also

हर साल 5-6 लाख लोगों की मलेरिया से हो जाती है मौत, क्या इससे बचाव के लिए है कोई वैक्सीन?

मच्छरजनित तमाम प्रकार के रोगों का वैश्विक जोखिम देखा जाता रहा है, मलेरिया इसी तरह ...