प्रधानमंत्री नरेंद्र ने लाल किले की प्राचीर से पूर्णता का उल्लेख किया। कहा कि हमें अब विकास की तरफ नहीं बल्की पूर्णता की तरफ जाना है। अर्थात देश के शत प्रतिशत लोगों तक सुविधाएं व विकास के लाभ को पहुंचाना है। सभी परिवारों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
शहरों और गांवों के बीच के अंतर को समाप्त करने के लिए वहां तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क भी पहुंच रहा है। गांव में कई जगहों पर महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रूप में शामिल हो कर नए उद्यम कर रही हैं। ऐसी महिलाओं के लिए सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाएगी।
इससे उनके उत्पाद देश के हर कोने तक पहुंच सकेंगे। वर्तमान सरकार पिछले कई दशकों से अनसुलझी समस्याओं को भी सुलझाने का काम कर रही है। सेनाओं के हाथ मजबूत करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। भारतीय कंपनियों और उद्यमियों को रक्षा क्षेत्र में अवसर देने के लिए देश में प्रयास किए जा रहे हैं। भारत आज उन विषयों को भी हल कर रहा है जिनको सुलझाने में सदियों का इंतजार करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को बदलने का ऐतिहासिक फैसला,देश को टैक्स के जाल से मुक्ति दिलाने की नई व्यवस्था वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी,देश के जवानों को वन रैंक वन पेंशन,राम जन्मभूमि केस का शांतिपूर्ण समाधान पिछले कुछ दिनों में देश ने सच होते देखा है। इस समय किसानों के नाम पर कुछ लोग आंदोलन कर रहे है। नरेंद्र मोदी ने किसानों का उल्लेख किया। कहा देश में कृषि जोत छोटी होती जा रही है। छोटे किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उनके लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है। छोटे किसानों को देश की शान बनाना है। उनकी सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा।
देश के अस्सी प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं। जिनके पास दो हेक्टेयर से भी कम जमीन है। पहले देश में बनी नीतियों में इन छोटे किसानों पर ध्यान नहीं दिया गया। अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्हें सस्ते में सामग्री मिले,आसानी से ऋण मिले और फसलों पर बीमा मिले इस पर जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने देश के सभी सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खोलने की घोषणा की। वर्तमान में देश में तैतीस सैनिक स्कूल चल रहे हैं। सड़क से लेकर कार्यस्थल तक महिलाओं में सुरक्षा का एहसास और सम्मान का भाव हो। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेल को एक्स्ट्रा करिकुलर के बजाय मेनस्ट्रीम बनाया गया है।
मातृभाषा की प्राथमिकता पर जोर दिया गया है। उन्होंने खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ा कर उसे तकनीक से जोड़ने पर बल दिया। भाषा के कारण देश की बड़ी प्रतिभा को पिंजरे में बांध दिया है। लेकिन भाषा कभी विकास में रुकावट नहीं बननी चाहिए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी गरीबी के खिलाफ लड़ाई में बड़ा शस्त्र बनकर सामने आने वाला है। क्योंकि इसमें लोगों की प्रतिभा को जगह दी गई है। ग्रीन हाइड्रोजन का नया वैश्विक केंद्र बनाने के लिए राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की स्थापना की जाएगी।
75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश 75 सप्ताह तक अमृत महोत्सव का पालन करेगा। आने वाले समय में देश के हर कोने को जोड़ने के लिए 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलेंगी। सरकार जल्द सौ लाख करोड़ रुपयों की एक नई गतिशक्ति योजना लॉन्च करेगी। जो देश के लिए नया नेशनल इंफ्रास्ट्क्चर प्लान होगा। और देश को होलिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर देगी।