कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अगले साल होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन के बारे में वह तभी कुछ कह सकेंगे जब उनका देश इस समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। उनकी ओर से यह प्रतिक्रिया तब आई है जब उनसे सवाल किया गया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2025 के शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया जाएगा।
ट्रडों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह जी-7 शिखर सम्मेलन को लेकर उनके देश के नागरिकों की उत्सुकता को लेकर खुश हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और जी-7 के सभी साझेदारों के साथ विभिन्न मुद्दों पर काम करने को लेकर उत्सुक हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या कनाडा प्रधानमंत्री मोदी को अगले साल शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने पर विचार करेगा, ट्रूडो ने कहा, कनाडा के लोग जी-7 की मेजबानी के लिए इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, इस साल के बाकी महीनों के लिए इटली जी-7 का अध्यक्ष है। मैं प्रधानमंत्री मेलोनी और जी-7 भागदीरों के साथ उन मुद्दों पर काम करने को लेकर उत्सुक हैं, जिनके बारे में हमने बात की है। अगले साल जब हम जी-7 की अध्यक्षता ग्रहण करेंगे, तो हमारे पर इसके बारे में कहने के लिए बहुत कुछ होगा।
2025 का शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा के कनानासकिसी में आयोजित होगा। इस साल, जी-7 शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली के अपुलिया क्षेत्र में हुआ। इस सम्मेलन में यूरोपीय संघ के साथ-साथअमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जापान, इटली, जर्मनी और फ्रांस के शीर्ष नेता शामिल हुए।
ट्रूडो ने शुक्रवार को जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी से मुलाकात के बाद यह बयान दिया। कनाडा की ओर से ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया गया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।