ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के ठीक एक दिन बाद अब मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार उन्हें घेरने की तैयारी में है. कमलनाथ सरकार सिंधिया के खिलाफ कथित जमीन घोटाले की जांच फिर से शुरू कर सकती है.
दरअसल पूर्व में इस मामले में शिकायतकर्ता रहे सुरेंद्र श्रीवास्तव एक बार फिर इकोनॉमिक ऑफेंस विंग पहुंच गए हैं. श्रीवास्तव ने EOW से मांग की है कि 10 हजार करोड़ के इस कथित जमीन घोटाले की जांच दोबारा शुरू की जाए.
मालूम हो कि इससे पहले 2014 में भी सुरेंद्र श्रीवास्तव ने बड़े जमीन घोटाले का आरोप लगाया था, जिसके बाद इसकी जांच की गई लेकिन बाद में इस केस को बंद कर दिया गया.
वहीं इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर करोड़ों की सरकारी जमीन घोटाले का आरोप लगाया था. इस घोटाले में सरकारी जमीन को बेचने सहित एक ही जमीन को कई बार बेचने जैसे आरोप लगाए गए थे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन धामने के बाद इस तरह की खबरें आने लगी कि सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद प्रभात झा नाराज हो गए हैं. हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट कर इन खबरों का खंडन कर दिया. ट्वीट में उन्होंने लिखा, “निरर्थक और निराधार खबरों से मेरा कोई संबंध नहीं है. इस शरारतपूर्ण खबर कि मैं भर्त्सना करता हूं. मेरी प्रामाणिकता, नैतिकता और पार्टी निष्ठा को कोई चुनौती नहीं दे सकता.”