औरैया। यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने अजीतमल के गौहानी कला गांव का निरीक्षण किया। गनीमत रही जिलाधिकारी के निरीक्षण से पहले ही यमुना का जलस्तर कुछ घट जाने के कारण गौहानी कला जाने का मार्ग खुल चुका था।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने एसडीएम अजीतमल रमापति से कहा कि पिछले वर्ष बाढ़ से प्रभावित गांवों में बाढ़ के कारण लोग का जन जीवन प्रभावित हुआ था, अतः इस बार इन गांव के लोगों के स्थानांतरण हेतु सभी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लोगों के ठहरने हेतु चिन्हित किए गए विद्यालयों की संख्या को बढ़ाया जाये, जिससे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सके। उन्होंने कहा कि बाढ़ चौकियों की संख्या भी बढ़ाई जाए साथ ही बचाव कार्य आदि के लिए लगी टीमों को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए।
उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि कानूनगो एवं लेखपालों आदि के माध्यम से बाढ़ क्षेत्रों पर निरंतर निगाह बनाए रखें, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी टीमों को एक्टिवेट रखें। खाने-पीने, दवाई आदि की कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए, जलभराव वाले क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि गांव में अधिक पानी भरने पर गांव को खाली कराया जाए और लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित कराया जाए। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि वह कि वह प्रधानों के माध्यम से किसानों को जागरूक करें, जिससे वह समय रहते अपने पशुओं को सुरक्षित और ऊंची जगह पर ले जाएं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लिया है उनकी फसल नुकसान की सूची कृषि विभाग को दी जाए जिससे कि जल्द से जल्द उन्हें फसल बीमा का लाभ मिल सके। अंत में उन्होंने लोगों से सतर्क और जागरूक रहने की अपील की।
उपजिलाधिकारी अजीतमल रमापति ने बताया कि यमुना का जलस्तर 110.33 से घटकर गुरुवार सुबह आठ बजे तक 109.32 मीटर हो गया है, यमुना का चेतावनी स्तर 112 मीटर और खतरनाक स्तर 113 मीटर है। तहसील प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर