सेहत पर उचित ध्यान न दे पाने की वजह से कई बार समय से पहले ही लोगों को पीठ दर्द, कमर दर्द और घुटनों में दर्द जैसे समस्याएं परेशान करने लगती हैं। इन समस्याओं की वजह से व्यक्ति को अपनी दिनचर्या से जुड़े काम भी करना मुश्किल लगने लगता है। अगर आप भी इस तरह की किसी परेशानी को झेल रहे हैं तो हंसासन योग आपकी मदद कर सकता है।
हंसासन का अभ्यास करते समय आदमी के शरीर की स्थिति हंस के समान हो जाती है, इसलिए इस आसन को हंसासन कहा जाता है। नियमित रूप से हंसासन योग करने से रीढ़ की हड्डी से जुडी समस्याएं दूर होने के साथ ज्यादातर हर तरह के शारीरिक दर्द को दूर भगाने में मदद मिलती है। इसके अलावा अगर आप अपने मोटापे से भी छुटकारा पाना चाहते हैं तो ये आसन आपकी मदद कर सकता है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे किया जाता है हंसासन योग और इसे करने से मिलते हैं क्या-क्या फायदे।
कैसे करें हंसासन योग?
हंसासन योग करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल जमीन पर बैठकर अपने दोनों पंजों को साथ में रखते हुए घुटनों को अलग-अलग रखें। अब अपनी हथेलियों को जमीन पर रखते हुए अपनी अंगुलियों को पैरों की ओर रखें। ऐसा करते हुए अपने दोनों हाथों की कलाइयों को एक दूसरे के पास लाते हुए हाथों के आगे के भाग को शरीर से सटा लें। अब आगे की ओर इस तरह झुकें कि आपका पेट आपकी कोहनियों के ऊपर रहे और छाती भुजाओं के ऊपरी भाग पर रहे।
इस आसन को करते हुए अपना संतुलन बनाते हुए पैरों को धीरे-धीरे पीछे की ओर सीधा करने की कोशिश करें। ऐसा करते हुए अपने पैर के पंजों को एक साथ रखते हुए पैरों की अंगुलियों को जमीन पर टिकाकर रखें। ध्यान रखें, ऐसा करते समय आपके शरीर का भार आपके हाथ और पैर की अंगुलियों पर होना चाहिए। थोड़ी देर तक इसी अवस्था में बने रहें। इसके बाद अपनी अंगुलियों पर ज्यादा जोर न डालते हुए घुटनों को जमीन पर लाते हुए वज्रासन में बैठ जाएं। इस योगासन का 10 मिनट नियमित अभ्यास आपकी सेहत को फायदा पहुंचाएगा।
हंसासन योग के फायदे-
-हंसासन योग करने से पेट की चर्बी कम होने के साथ मोटापे से भी छुटकारा मिलता है।
-हंसासन करने से व्यक्ति का सीना मजबूत और सुडौल बनता है।
-हंसासन के नियमित अभ्यास से हाथ पैरों की मांसपेशियां मजबूत बनने के साथ गर्दन का मोटापा भी कम होता है।
-हंसासन करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होने की वजह से चेहरे पर चमक आती है।
-हंसासन के अभ्यास से दिमाग भी शांत रहता है।