लखनऊ। विद्यांत हिंदू पीजी कॉलेज में वाणिज्य विभाग द्वारा लेखा एवं वित्त में उभरते मुद्दे विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो धरम कौर के नेतृत्व और मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था, जिन्होंने हमारे दैनिक जीवन में उचित लेखांकन प्रणालियों को समझने के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रो शशिकांत त्रिपाठी ने किया, जिन्होंने स्वागत भाषण भी दिया। प्रो राजीव शुक्ला ने लेखांकन अवधारणाओं के विकास पर प्रकाश डालते हुए एक परिचयात्मक व्याख्यान के साथ कार्यवाही शुरू की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समकालीन लेखांकन एक व्यापक प्रणाली है जिसमें समुदाय, सरकार, निवेशकों, प्रमोटरों, शेयरधारकों और ग्राहकों सहित विभिन्न हितधारक शामिल हैं। आधुनिक लेखांकन प्रणालियाँ पर्यावरणीय लेखांकन और सामाजिक लेखांकन जैसी उभरती शाखाओं के साथ, इन हितधारकों के बीच सूचना के निर्बाध प्रवाह की सुविधा प्रदान करती हैं।
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विशेष व्याख्यान जेएनपीजी कॉलेज, लखनऊ के वाणिज्य विभाग के पूर्व प्रमुख सेवानिवृत्त प्रो सलिल चंद्रा द्वारा दिया गया। प्रो चंद्रा ने चर्चा की कि कैसे प्रौद्योगिकी ने पारंपरिक लेखांकन प्रतिमान को नया आकार दिया है। उन्होंने क्लाउड सिस्टम और ब्लॉकचेन तकनीक जैसी प्रगति पर चर्चा की, जिसने लेखांकन प्रथाओं में क्रांति ला दी है, जिससे सभी हितधारकों के लिए जानकारी आसानी से उपलब्ध हो गई है।
प्रो चंद्रा ने छात्रों को अपने ज्ञान को अप्रचलित होने से बचाने के लिए लेखांकन और वित्त में इन तकनीकी परिवर्तनों के साथ अद्यतन रहने के महत्व पर बल दिया। डॉ शांतनु ने कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन किया और इसमें शिक्षकों और छात्रों दोनों की महत्वपूर्ण भागीदारी देखी गई। कार्यक्रम का समापन डॉ डीके मौर्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।