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महंगा पड़ता है होम कर्ज़ का बीमा खरीदना इसकी जगह करे ये…

घर खरीदने के लिए बैंक से होम कर्ज़ लेते हैं तो वह उसका बीमा कवर लेने की भी पेशकश करते हैं. इसे होम कर्ज़ प्रोटेक्शन प्लान  कहा जाता है. लोन चुकाने की अवधि में बीमाधारक के साथ कुछ अनहोनी होने की स्थिति में बकाया राशि की भरपाई बीमा से होती है. हालांकि, बीमा विशेषज्ञों का बोलना है कि होम कर्ज़ का बीमा खरीदना घाटे का सौदा है. इसके मुकाबले कम प्रीमियम में टर्म प्लान लेना फायदे का सौदा है.

* 05 वर्ष के लिए ही होम कर्ज़ का बीमा पॉलिसी देती हैं बीमा कंपनियां
* 20 से 30 वर्ष के लिए टर्म प्लान ले सकते हैं

जब आप होम कर्ज़ लेते हैं बैंक उसकी पूरी राशि का बीमा कवर लेने को कहते हैं. सामान्यत: इसका प्रीमियम एक बार में ही चुकाना होता है. ऐसे में आप 25 लाख रुपये के होम कर्ज़ का बीमा कराते हैं तो प्रीमियम की राशि भी होम कर्ज़ में जोड़ ली जाती है. इससे ईएमआई भी बढ़ जाती है. साथ ही सिर्फ होम कर्ज़ का कवर होने की वजह से लोन की राशि घटने के साथ बीमा कवर भी घटता जाता है. इससे दोहरा नुकसान होता है. ऐसे में आप होम कर्ज़ पर ब्याज चुकाने के साथ बीमा कवर की खातिर लिए गए लोन के प्रीमियम पर भी ब्याज भरते हैं.

परिवार को चुकाना पड़ सकता है कर्ज
होम कर्ज़ बीमा तीन तरह के होते हैं. इनमें सबसे पहला है घटता कवर प्लान. इसमें बकाये लोन में कमी के साथ बीमा कवर भी घटता जाता है. इसके अतिरिक्त इसमें अन्य मुश्किलों का भी सामना करना पड़ सकता है. उदाहरण के लिए आपने होम कर्ज़ 8.50% ब्याज पर लिया लेकिन दरें बाद में बढ़ जाती हैं. ऐसी स्थिति में लोन लेने वाले आदमी की लोन चुकाने की क्षमता घट जाएगी  बकाया पहले के मुकाबले अधिक हो जाएगा. बीमा कवर घटने वाली पॉलिसी होने के मुद्दे में यदि कर्जदार की असामयिक मौत हो जाए तो बीमा कवर बकाये लोन से कम होने कि सम्भावना है. ऐसे में परिवार को लोन चुकाना पड़ सकता है.

टर्म प्लान से ज्यादा प्रीमियम
होम कर्ज़ बीमा में दूसरा विकल्प कंपनियां फिक्स्ड कवर प्लान का देती हैं. इसमें बीमित राशि में परिवर्तन नहीं होता है. तीसरा विकल्प हाइब्रिड प्लान का है. इसमें बीमित राशि कुछ सालों तक तय यानी फिक्स होती है  उसके बाद घटने लगती है. होम कर्ज़ बीमा का एक नुकसान यह भी है कि इसका पूरा प्रीमियम आप पहले चुका देते हैं. ऐसे में आपके पास कुछ भी परिवर्तन करने का विकल्प नहीं रहता है. वहीं टर्म प्लान में प्रीमियम सस्ता  बीमा कवर ज्यादा होता है. आप पांच हजार रुपये में 50 लाख रुपये तक का टर्म प्लान खरीद सकते हैं.

बैंक बदलने पर बीमा कवर खत्म
होम कर्ज़ बीमा केवल महंगा ही नहीं होता बल्कि इसके अन्य नुकसान भी हैं. आप अपना लोन दूसरे बैंक में स्थानांतरित (स्विच) कराते हैं या इसका समय से पहले भुगतान कर देते हैं तो आपको प्रीमियम के किसी भी हिस्से का पैसा वापस नहीं लौटाया जाएगा. इसके अतिरिक्त दूसरे बैंक में लोन स्विच करने पर बीमा कवर भी उसी समय समाप्त हो जाता है  दोबारा नए बैंक से नया बीमा खरीदना पड़ सकता है.

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