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जनवरी 2023 में शुरू होगी वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक भारत में जल परिवहन की सबसे लम्बी और रोमांचकारी रिवर क्रूज़ यात्रा

• विश्व के पर्यटन मानचित्र पर योगी सरकार तेजी से उकेर रही काशी का नक्शा

• मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिवर क्रूज यात्रा के समय सारणी का किया विमोचन

• 3200 किलोमीटर की होगी यात्रा, 50 दिनों का यह सफर भारत व बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगा

• क्रूज़ सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क से भी होकर गुजरेगा

वाराणसी। पर्यटन के मानचित्र पर काशी का नक्शा योगी सरकार तेजी से उकेर रही है। काशी से दुनिया के सबसे से लम्बे #रिवर_क्रूज़ की यात्रा जनवरी 2023 से वाराणसी से शुरू होने वाली है। ये जलयात्रा वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक का सफर करीब 50 दिनों में तय होगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा विलास क्रूज़ के टाइम टेबल का विमोचन शुक्रवार को वाराणसी के रविदास घाट से किया है।

भारत में निर्मित पहला रिवर शिप है गंगा विलास

भारत में जल परिवहन की सबसे लम्बी और रोमांचकारी रिवर क्रूज़ यात्रा वाराणसी से जनवरी 2023 में शुरू होने वाली है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टाइम टेबल का विमोचन भी शुक्रवार को कर दिया है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के मुख्य अभियंता रविकांत ने बताया की ये दुनिया की सबसे लम्बी रिवर क्रूज़ यात्रा होगी। उन्होंने बताया कि गंगा विलास भारत में निर्मित पहला रिवर शिप है जो काशी से बोगीबील (डिब्रूगढ़) तक सबसे लंबी जलयान (क्रूज) यात्रा कराएगी। ये यात्रा कुल 3200 किलोमीटर की होगी।

लम्बी यात्रा उबाऊ न हो इसके लिए क्रूज पर होंगी कई सुविधाएं

उन्होंने बताया कि 50 दिनों की यह यात्रा भारत व बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगी तथा 50 से अधिक अहम जगहों पर रुकेगी, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं। यह जलायन राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी गुज़रेगा, जिनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं। लम्बी यात्रा उबाऊ न हो इस लिए क्रूज़ पर गीत संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि सुविधाएं होंगी। ये क्रूज आधुनिक सुविधा से युक्त और पूरी तरह सुरक्षित होगा।

भारतीय उपमहाद्वीप में खुलेगा पर्यटन का नया क्षितिज

भारतीय अंतर्देशीय #जलमार्ग प्राधिकरण के मुख्य अभियंता ने बताया कि यह यात्रा एक ही रिवर शिप द्वारा की जाने वाली दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी और इस परियोजना ने भारत व बांग्लादेश को दुनिया के रिवर क्रूज़ नक्शे पर ला दिया है। भारतीय उपमहाद्वीप में पर्यटन का यह नया क्षितिज खुला है। इससे भारत की अन्य नदियों में भी रिवर क्रूजिंग के बारे में जागरूकता बढ़ेगी। गंगा विलास क्रूज़ की लंबाई 62.5 मीटर, चौड़ाई 12.8 मीटर, ड्राफ्ट 1.35 मीटर होगा। इसमें 18 सुइट्स होंगे।

रिपोर्ट-संजय गुप्ता 

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