• कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने शिक्षा में पूर्व छात्रों और उद्योग की भागीदारी पर बल दिया
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग ने आज अपने 15वें वार्षिक पूर्व छात्र सम्मेलन लुग्डा 2024 का भव्य आयोजन किया। यह आयोजन विभाग और इसके पूर्व छात्रों की उल्लेखनीय उपलब्धियों का जश्न मनाने, सीखने और स्मृतियों को ताजा करने का अवसर बना। कार्यक्रम में विभाग के पूर्व छात्र, शिक्षाविद, शोधार्थी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने शिक्षा में पूर्व छात्रों और उद्योग विशेषज्ञों की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने के लिए पूर्व छात्रों और उद्योग के अनुभवों को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल करना समय की आवश्यकता है।
उन्होंने विश्वविद्यालय में विशिष्ट प्रोफेसर (प्रोफेसर ऑफ एमिनेंस) के पद पर उद्योग जगत के अनुभवी कयक्तियों को नियुक्त करने पर ज़ोर दिया, ताकि पूर्व छात्रों और उद्योग विशेषज्ञों की व्यावसायिक विशेषज्ञता का लाभ विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को मिल सके।
अपने संबोधन में प्रो राय ने कहा, पूर्व छात्र विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी संपत्ति हैं। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने और विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। विभागों को पाठ्यक्रम निर्माण, अतिथि व्याख्यान और परियोजनाओं में पूर्व छात्रों और उद्योग विशेषज्ञों को शामिल करना चाहिए।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण
लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड: भूविज्ञान विभाग ने प्रसिद्ध भूवैज्ञानिक और पूर्व छात्र प्रो अशोक साहनी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। प्रो साहनी, जिन्हें नेशनल जियोसाइंस अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है, ने भूविज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
गौरवशाली पूर्व छात्र पुरस्कार: इस वर्ष डॉ धीरेज पांडे और डॉ संजय गोपाल भारथरिया को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए गौरवशाली पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ धीरेज पांडे (परमाणु खनिज निदेशालय के प्रबंध निदेशक) ने यूरेनियम और लिथियम जैसे खनिजों की खोज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। डॉ संजय गोपाल भारथरिया, केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) के क्षेत्रीय निदेशक ने राष्ट्रीय परियोजनाओं में अपनी भूमिका के लिए यह पुरस्कार प्राप्त किया।
शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार: विभाग ने स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।
कुलपति ने इन छात्रों को पुरस्कृत किया
• अदिति बाजपेई
• रश्मि श्रीवास्तव
• कल्याणी द्विवेदी
• पिमांशिका
• संकेत मिश्रा
सांस्कृतिक और स्मृति कार्यक्रम
कार्यक्रम के तहत “बीते सुनहरे पल” में 50 और 25 वर्ष पुराने बैच के पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए, जिससे सभी में प्रेरणा और उत्साह का संचार हुआ। यह आयोजन भूविज्ञान विभाग की सफलता और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में किए गए प्रयासों का प्रतीक बना।