लखनऊ। खुन खुन जी गर्ल्स पीजी कॉलेज में 15 दिसंबर से 16 दिसंबर 2024 तक दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार जिसका शीर्षक “एडवांस्ड पर्सपेक्टिव इन रिसर्च मेथाडोलॉजी: इवॉल्विंग कॉन्सेप्ट एंड इमर्जिंग एप्रोचेस” का आयोजन किया गया।
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सेमिनार के प्रथम दिन मुख्य वक्ता प्रोफेसर राजीव चौधरी स्कूल ऑफ़ स्टडीस इन फिजिकल एजुकेशन रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी रायपुर, एवं आनंदिता दास एसोसिएट प्रोफेसर एलएलआईपीई ग्वालियर रही।
सेमिनार के प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता प्रोफेसर राजीव चौधरी जिन्होंने “रिसर्च मेथाडोलॉजिस और बिब्लियोमेट्रिक एनालिसिस: टूल्स फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस” पर अपने विचार रखें। इनके द्वारा शोध पत्रों के लेखन में सहायक तकनीकी बिब्लियोमेट्रिक एनालिसिस के महत्व की चर्चा की, तथा VOS सॉफ्टवेयर से शोधार्थियों एवं प्रतिभागियों को परिचित कराया। उन्होंने कहा कि पबमेड साइट से निःशुल्क डाटा शोधपत्र हेतु आसानी से लिया जा सकता है।
प्रथम सत्र की द्वितीय मुख्य वक्ता डॉक्टर आनंदिता दास जिन्होंने “फिजिकल एजुकेशन फॉर ऑल : एडवांसिंग इंक्लूजिविटी थ्रू अडॉप्टेड फिजिकल एजुकेशन टू एजुकेटेड जर्नल एंड डायवर्स पापुलेशन” शीर्षक के अंतर्गत अपनी बात रखी। इनके द्वारा पैराओलंपिक खेलों को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालयों में दिव्यांग छात्रों की खेल शिक्षा की मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था की जाने की बात कही। जिससे दिव्यांग छात्रों की सहभागिता खेलो विशेष कर ओलंपिक खेलों में बढ़ाई जा सके।
सेमिनार के प्रथम सत्र को डॉ सत्या मिश्रा, डॉ ममता डोंगरा नारी शिक्षा निकेतन एवं डॉ रमेश यादव विद्यांत हिन्दू पी जी कॉलेज एवं डॉक्टर मनोज पांडेय लुआक्टा अध्यक्ष द्वारा संचालित किया गया।
सेमिनार के द्वितीय ऑनलाइन सत्र में मुख्य वक्ता डॉ शिवेश शुक्ला डायरेक्टर ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स नर्स मोंजे कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स मुंबई रहे। इनके द्वारा “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड स्पोर्ट्स रिसर्च: शेपिंग द फ्यूचर का स्पोर्ट्स” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए।
द्वितीय सत्र के अध्यक्षता प्रोफेसर सुचित्रा शर्मा छत्तीसगढ़ एवं सह अध्यक्षता प्रो शिवानी राय दामोह मध्य प्रदेश एवं डॉ एसके ढल लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा की गई।
सेमिनार के प्रथम दिन विभिन्न राज्यों से आए हुए शोधार्थियों एवं प्रतिभागियों द्वारा 30 से भी अधिक शोध पत्र पढ़े गए। सेमिनार की संयोजक प्रोफेसर चेतना सामंत तोमर ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की, प्राचार्या ने सभी का स्वागत किया संचालन डॉ शालिनी शुक्ला द्वारा किया गया।
प्रोफेसर रेशमा परवीन द्वारा आज के कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों एवं शोध छात्रों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। डॉ शगुन रोहतगी, डॉ मनीषा उपाध्याय, डॉ सुमन लता सिंह, डॉ प्रियंका, डॉ रुचि यादव, डॉ प्रीति सिंधी आदि ने सेमिनार आयोजन में सहयोग किया। संपूर्ण सेमिनार महाविद्यालय की प्रोफेसर अंशु केडिया के निर्देशन में संपन्न हुआ।