लखनऊ। विधि संकाय (Law Faculty), लखनऊ विश्वविद्यालय द्वितीय परिसर की दोनों इकाइयों के स्वयंसेवकों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत सातवे दिवस का शिविर (NSS Camp) 27 मार्च को समापन (Concludes) सफलता पूर्वक किया। शिविर के प्रारंभ से पूर्व स्वयंसेवक रसूलपुर पंचायत भवन (Rasulpur Panchayat Bhawan) पहुंचकर वहां सफाई की तत्पश्चात शिविर का प्रारम्भ एनएसएस के सद्भवना गीत से हुआ।
गुरुवार को आयोजित शिविर के अंतिम दिन ग्राम रसूलपूर में समापन समारोह में विधि संकाय के प्रमुख एवं अधिष्ठिता प्रो बीडी सिंह तथा प्रोफेसर सतीश चंद्र के साथ अन्य सहायक प्रोफेसर की उपस्थिति ने गरिमामयी बना दिया। समापन समारोह में लड़कियो की शिक्षा को बढ़ावा देने के क्रम में स्वयंसेवकों ने एक नुक़कड़ नाटक प्रस्तुत किया जिसने उपस्थित ग्रामवासियो को खूब प्रभावित किया।
मुख्य अतिथि प्रो बीडी सिंह ने स्वयंसेवकों को सफल आयोजन के लिए बधाई दिया एवं भविष्य में ऐसे ही कुछ नया सीखने हेतु सदैव तत्पर रहने की सीख दी। मध्यान्ह भोजन के उपरांत सातवे दिन स्वयं सेवकों ने ग्राम रसूलपूर में घर घर जाकर उनके मौलिक एवं विधिक अधिकारों के बारे में जागरूकता प्रदान की एवं आगामी दिनों में आयोजित होने वाले अन्य जागरूकता अभियानो में उपस्थित रहने का निवेदन किया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ शशि प्रभा जोशी एवं डॉ चंद्रशेखर राय ने अपने उद्बोधन में कहा की समाज में जागरूकता लाना शिक्षित वर्ग का प्रथम कर्तव्य होना चाहिए। उन्होंने कहा बच्चियों का अशिक्षित रह जाना एवं बचपन से ही लैंगिक विभेद को सहना समाज के लिए अभिशाप है। उन्होंने ग्रामवासियो को भी सतत सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इतिहास का विवेचन करें तो पता चलता है जब-जब लड़कियो को मौका मिला है उन्होंने अपने अद्वितीय क्षमता से खुद को साबित करने से पीछे नहीं रही है एवं लड़कों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम किया है एवं नेतृत्व क्षमता का अभूतपूर्व परिचय दिया है।
समापन दिवस के अवसर पर विधि संकाय के सहायक डा आनंद सिंह, डा सुधीर कुमार वर्मा, डा सुशील कुमार डॉ भावना एवं डॉ श्वेता श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।