लखनऊ- अपनी ताबड़तोड़ कार्यवाहियों से चर्चाओं में आई एसएसपी मंजिल सैनी दहल न जाने क्यों कुछ तीरंदाजों पर कार्यवाई से परहेज करती नजर आती है। बीते तीन दिनों से एक मामले को लेकर विवादों में चल रहे इंस्पेक्टर जानकीपुरम सतीश सिन्हा पर एसएसपी मंजिल सैनी मेहरबान नजर आ रही है। उक्त इंस्पेक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आने के बावजूद एसएसपी का कोई कार्यवाई न करना उन पर सवालिया निशान खड़ा करता है!! दरसल शनिवार को एक डिग्री कॉलेज के प्रोफ़ेसर आइ.जेक विलियम के घर दिनदहाडें उस वक्त बादमाश घुस गए थे जब वह और उनकी पत्नी नौकरी पर गए थे। घटना के वक्त प्रोफ़ेसर विलियम के बच्चे घर में ही मौजूद थे। बादमाश अंदर घुसे तो प्रोफ़ेसर की बेटी ने शोर मचाते हुए पिता को फोन करने का प्रयास किया लेकिन बादमाश बच्ची के हाथ से फोन लूटकर फरार हो गए थे। आश्चर्य तो तब हुआ जब इलाके के इंस्पेक्टर को इस मामले में कोई जानकारी ही नही थी,और मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने पर कार्यालय मुंशियों ने मामला इंस्पेक्टर के संज्ञान में दिया। इसके बाद इंस्पेक्टर सतीश ने मौका मुयायना किया था।
इंस्पेक्टर ने पीड़ित को बरगलाकर पढ़ाया पाठ
घटना से सम्बंधित तहरीर पीड़ित प्रोफ़ेसर ने घटना के दिन ही पुलिस को दी,लेकिन मामला दर्ज नही हुआ। रविवार को पीड़ित थाने पहुंचा तो इंस्पेक्टर सतीश सिन्हा ने उन्हें पढ़ाना शुरू कर दिया। इंस्पेक्टर ने पीड़ित से कहा कि तुम्हारे बच्चे छोटे है पढाई लिखाई कराओ। यदि तुम एफआईआर करोगे तो बच्चो को कोर्ट के चक्कर काटने पड़ेंगे, बाकी तुम खुद समझदार हो। इतना पढ़ाकर इंस्पेक्टर सतीश सिन्हा ने पीड़ित से मोबाइल टूटने की मनमुताबिक तहरीर ले ली। बड़े अचरज की बात है कि यह पूरा मामला मीडिया के माध्यम से शहर कप्तान मंजिल सैनी के संज्ञान में है। बावजूद इसके इंस्पेक्टर पर कोई कार्यवाई नही की गई है। ताबड़तोड़ कार्यवाही से मशहूर हुई लेडी सिंघम आखिर इन इंस्पेक्टर क्यों मेहरबान है यह एक बड़ा सवाल है!!