कोरोना संकट के बीच मध्य प्रदेश में उठ रहीं सियासी हलचलें भी राज्य का तापमान गर्माए हुए है. खासकर 24 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रदेश के राजनीतिक दलों की कवायद चरम पर है. ये उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस, दोनों के लिए न सिर्फ प्रतिष्ठा बचाने की जंग है, बल्कि इससे कई खेल भी बन-बिगड़ सकते हैं. इसलिए कांग्रेस जहां 24 सीटों पर जीत के लिए अपनी तरफ से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी भी पूरी तैयारी में है.
इस बीच खबर ये है कि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी का ऑफर ठुकरा दिया है. दरअसल, कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बीते दिनों कहा था कि उपचुनाव के लिए पार्टी प्रशांत किशोर से बातचीत कर रही है. किशोर ने कांग्रेस के इस ऑफर को दोटूक लहजे में ठुकराते हुए कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के लिए यह काम नहीं कर सकते हैं.
भाजपा, कांग्रेस समेत कई अन्य दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने के अनुभवी प्रशांत किशोर ने मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के लिए काम करने की बात से साफ इनकार कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किशोर ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कैप्टन अमरिंदर सिंह चौहान के कहने पर उन्होंने पार्टी के लिए पहले अपनी सेवाएं दी थीं. पंजाब और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने में मदद की थी.लेकिन उपचुनावों को लेकर दिया गया यह ऑफर उन्हें मंजूर नहीं है. वे इस तरह टुकड़ों-टुकड़ों में काम नहीं कर सकते हैं.