लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 17 मार्च यानी सोमवार से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी। 6500 केंद्रों पर यह 15 जून तक चलेगी। इस बार समर्थन मूल्य पिछली बार से 150 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर 2425 रुपये प्रति कुंतल रखा गया है। पिछले वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति कुंतल था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खरीद के 48 घंटे के भीतर भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने क्रय केंद्रों पर आने वाले किसानों के लिए भी समुचित व्यवस्था करने की बात कही। मोबाइल केंद्र के माध्यम से किसानों के गांवों में जाकर भी खरीद होगी।
गेहूं की बिक्री के लिए पहली मार्च से पंजीकरण प्रारंभ हो चुका है। अब तक प्रदेश के 2.65 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या विभाग के मोबाइल ऐप UP KISHAN MITRA पर पंजीकरण-नवीनीकरण कराना अनिवार्य है।
विभाग ने किसानों से अनुरोध किया है कि गेहूं को ओसाकर, मिट्टी, कंकड़, धूल आदि को साफकर अच्छी तरह से सुखाकर ही क्रय केंद्र पर बिक्री के लिए लेकर आएं। इस वर्ष भी बटाईदार किसानों द्वारा भी पंजीकरण कराते हुए गेहूं की बिक्री की जा सकेगी।
तालाब में डांस, जमकर की मस्ती… डीएम-एसपी और सीओ ने पुलिसकर्मियों के साथ खेली होली
खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक रविवार व अन्य अवकाशों को छोड़कर 15 जून तक क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद प्रतिदिन सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक होगी। योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। विभाग ने इसकी तैयारी भी कर ली गई है।
किसी भी विषम परिस्थितियों के लिए खाद्य व रसद विभाग ने टोल फ्री नंबर 18001800150 जारी किया है। किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसान जिला खाद्य विपणन अधिकारी या तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।