नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के राष्ट्र प्रेम और अनुशासन को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में उतारना चाहिये- पंकज तिवारी
लखनऊ। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर जनविकास महासभा उप्र के कार्यालय पर सतगुरु कबीर साहेब वेदांत गुरुकुलम के विद्यार्थियों द्वारा राष्ट्रप्रथम के संकल्प के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए।
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इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर गुरुकुलम के प्रमुख आचार्य शिवपूजन दीक्षित ने सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा की नेताजी सुभाष चंद्र बोस इस देश के सच्चे सिपाही थे और राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर रखा था।
उन्होंने कहा, आज संपूर्ण राष्ट्र को एकजुट करने में सनातन धर्म की भी अहम भूमिका है. इसलिए हम अपने गुरुकुल के बच्चों को राष्ट्रप्रथम की शिक्षा सनातन धर्म के अंतर्गत देते हैं और जितने भी बच्चे हैं। उनको राष्ट्र के प्रति समर्पित महान व्यक्तित्वों के प्रति भी जागरुक करते हैं, क्योंकि आज के विद्यार्थी ही हमारे राष्ट्र के निर्माता होंगे।
सामाजिक संस्था सोक्ट के अध्यक्ष डॉ अगम दयाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष में विद्यार्थियों को पुस्तक भेंट की और कहां जीवन का मार्ग अच्छी पुस्तकों से ही सुलभ होता है और हम अपने देश को सही दिशा में ले जाने में मदद पाते हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी ने भी उच्च शिक्षा के बाद ही अपनी राष्ट्रभक्ति को उच्च शिखर तक पहुंचाया था।
अत में कार्यक्रम के आयोजक जनविकास महासभा के अध्यक्ष पंकज कुमार तिवारी ने राष्ट्र के प्रत्येक नागरिकों से आवाहन करते हुए कहा कि उन्हें अपने जीवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के राष्ट्र प्रेम और उनके अनुशासन को अपने जीवन में उतरना चाहिए, क्योंकि हम अपने देश को तभी कुछ दे सकते हैं। जब हम स्वयं अपने प्रति अनुशासित हो और राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव हो इसके पश्चात सदगुरु कबीर साहेब वेदांत गुरुकुलम के सभी विद्यार्थियों द्वारा सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।