प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर तथा विधायक अजय महावर की प्रेरणा से साहित्यकार व समाजसेवी भुवनेश सिंघल ने घर में रखे पुराने सूती कपड़ों से मास्क बनाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। सिंघल ने बताया कि प्रधानमंत्री का आह्वान उन्हें इतना अच्छा लगा कि उन्होंने ठान लिया कि वो घर पर अपने हाथों से ही पूरे परिवार के लिए मास्क बनाएंगे। उन्होंने घर मे बेकार पड़े पुराने सूती कपड़ों को काटकर मास्क की शक्ल दी और घर की सिलाई मशीन से उन्हें सिलकर मास्क तैयार किये।
उन्होंने यह भी बताया कि घर पर मास्क बनाने के अनेक फायदे हैं जिससे हमें मास्क खरीदने के लिए लोकडाउन तोड़के बाहर निकलने की आवश्यकता नही पड़ती तथा पैसों की भी बचत होती है, बचत के इन पैसों से हम किसी गरीब की मदद भी कर सकते हैं और ये मास्क घर मे ही धुलाई कर बार बार प्रयोग किये जा सकते हैं। बिना किसी लागत के ही इतने मास्क बनाये जा सकते हैं कि पड़ोसियों को भी बांटे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी पुरानी महज एक कमीज से ही दर्जनभर मास्क बनाये हैं।
सिंघल ने यह भी बताया कि वो मास्क के लिए बाजार से कुछ नही लाते। मास्क की डोरी भी वो उसी कपड़े से ही तैयार करते हैं जिससे मास्क तैयार करते हैं। एक मास्क बनाने में महज 10 मिनट का समय लगता है और लागत कुछ नही है। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि सभी लोग अपने घर में ही मास्क बनाये और अपने पड़ोसियों को भी भेंट करें। इससे लोकडाउन का पालन भी होगा और पैसे भी खर्च नही होंगे तथा इस संकट के समय मे पड़ोसियों से भावनात्मक लगाव भी बढ़ेगा।