सत्यानाशी जैसा नाम सुनकर आपको थोड़ा अजीब-सा लग रहा होगा कि यह क्या चीज है या सत्यानाशी का प्रयोग किन कामों में किया जाता होगा? आज हम एक खास पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, इस पौधे को सत्यानाशी कहते हैं, आपके बंजर नदी किनारे, जगलों, खाली जगहों के आसपास कंटीले ,पीले फूल वाले हरे पत्ते नुकीले पौधे देखे होंगे? ये पौधे दिखने में बहुत ही आम से लगते है लेकिन ये है बहुत काम के। इन पौधो को सत्यानाशी पौधे के नाम से जाना जाता है। अक्सर लोग इसे खरपतवार समझकर इस पौधे को उखाड़ देते हैं, पर आपको जानकर हैरानी होगी कि यह बहुत से गुणों से भरपूर होता है।
सत्यानाशी से होने वाले फायदे
मच्छरों को रखता है दूर: मच्छरों को दूर भगाने के लिए आप सत्यानाशी का उपयोग कर सकते है। इसकी गंध मच्छरों के लिए अनुकूल नही होती है, इसलिए यदि घर में सत्यानाशी का पौधा लगा लिया जाये तो इससे मच्छर घर में नही आते हैं।
त्वचा रोगों में कारगर: इस पौधे में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण को रोकने में मदद करता है, इसकी डंडी को तोड़ने पर निकलने वाले तरल पदार्थ को त्वचा पर लगाने से त्वचा के रोग जैसे एक्जिमा, फोड़े, खुजली आदि ठीक हो जाते हैं।
अस्थमा के लिए: सत्यानाशी का उपयोग करना ब्रोन्कियल अस्थमा के इलाज में फायदा पहुंचाता है। इसके लिए इसकी जड़ निकालकर सुखा लें और सूखी हुई जड़ों को पीसकर पाउडर बना लें और आधे ग्राम की मात्रा में दूध या पानी के साथ सेवन करें, इससे अस्थमा में बहुत राहत मिलती है।