बसपा प्रमुख मायावती का राज्यसभा से इस्तीफा आज स्वीकार कर लिया गया। मायावती ने सदन में बोलने नहीं देने का आरोप लगाकर मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। सभापति हामिद अंसारी को तीन पन्नों के भेजे गये पत्र में उन्होंने केंद्र सरकार पर विभिन्न आरोप लगाते हुए अपना इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया था। मायावती का सदन में अभी नौ महीने का कार्यकाल बचा हुआ था। 61 वर्षीय मायावती ने निर्धारित प्रारूप के अनुरूप एक नया इस्तीफा दिया जो हस्तलिखित और एक पंक्ति का था। मायावती का पहला इस्तीफा पत्र तय प्रारूप के मुताबिक नहीं था। सूत्रों का कहना है कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने मायावती से बात कर उनका पक्ष जाना तथा उसके बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। मायावती के इस्तीफे को बसपा अध्यक्ष का बड़ा दांव माना जा रहा है क्योंकि उनके सामने 2019 से पहले अपनी पार्टी को चुनावों का सामना करने के लिए तैयार करना है।