मैनपुरी। महागठबंधन की मैनपुरी लोकसभा सीट के प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव के लिए प्रचार करने पहुंची बसपा सुप्रीमो मायावती ने रैली को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह पिछड़े वर्ग का असली व जन्मजात नेता हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पिछड़ों के नकली नेता बताते हुए उनसे सावधानी बरतें और धोखा न खाने की बात कही। 24 वर्षों बाद एक मच पर दिखे माया-मुलायम ने एक दूसरे की जमकर तारीफ की।
देशहित में हमें ऐसे कठिन फैसले लेने
क्रिश्चियन मैदान में आयोजित रैली में हजारों की भीड़ से उत्साहित मायावती ने कहा कि आपके जोश से ऐसा लग रहा है कि आप सपा संरक्षक को रिकॉर्डतोड़ वोटों से जीत दिलाएंगे। इसके बाद 2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए बोलीं कि आप इसके बारे में जानना चाहते हैं, लेकिन मैं समय बर्बाद न करते हुए इतना कहूंगी कि देशहित में हमें ऐसे कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। उन्हीं हितों के दृष्टिगत ये गठबंधन भी बना है।
उनकी नई चौकीदारी की नाटकबाजी
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इसमें संदेह नहीं कि मुलायम जी ने समाजवादी बैनर तले अपनी पार्टी में कई पिछड़ी जातियों को जोड़ा है। वे मोदी जी की तरह नकली रूप से पिछड़े वर्ग के नहीं हैं, बल्कि जन्मजात और असली पिछड़े वर्ग के नेता हैं। मायावती ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात के चुनावों में अगड़े होने का लाभ लिया था, लेकिन पिछड़ों के लिए लाखों नौकरी के पद खाली हैं, जिन पर अभी तक भर्ती नहीं की गई। उनमें काफी बेरोजगारी है। इस चुनाव में असली-नकली पिछड़ों की पहचान करना और सावधानी बरतना जरूरी है। उनकी नई चौकीदारी की नाटकबाजी उन्हें इस चुनाव में बचा नहीं पाएगी, फिर चाहे कितने ही छोटे-बड़े चौकीदार ताकत क्यों न लगा लें।
कांग्रेस पूरे देश में घूम-घूमकर गरीब लोगों को
2014 के चुनाव में भाजपा और मोदी ने कहा था कि 100 दिन में काला धन लाकर परिवार के हर व्यक्ति को 15-20 लाख रुपये दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ क्या। इसलिए ऐसे प्रलोभनों के बहकावे में न आएं और सबक सिखाएं। दो चरण के चुनाव में भाजपा की हवा खराब हो गई है। आगे के चरणों में उसमें इनकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाएगी। माया ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस लंबे समय तक सत्ता में रही, लेकिन वायदे पूरे नहीं किए। इसलिए सत्ता से बाहर हुई। इस समय कांग्रेस पूरे देश में घूम-घूमकर गरीब लोगों को आर्थिक मदद की बात कह रही है। इस थोड़ी मदद से आपका भला नहीं होने वाला। अगर हम पावर में आए तो बेरोजगारों को स्थायी नौकरी उपलब्ध कराएंगे। मायावती ने अंत में अखिलेश को मुलायम का एकमात्र उत्तराधिकारी बताते हुए कहा कि वे पूरी निष्ठा से उनकी विरासत को संभाले हुए हैं। इनका जोशोखरोश से साथ दीजिए।