लखनऊ। सड़कों की बदहाली को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट का सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने करारा जवाब दिया है। बुधवार को जारी बयान में खन्ना ने कहा कि कोलतार की सड़कों पर बारिश के सीजन में गड्ढे हो ही जाते हैं।
सरकार इससे वाकिफ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तय समय में पूरे मानक के साथ सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दे चुके हैं। चूंकि अब मायावती के पास कोई काम तो है नहीं। वह दशक भर से बेरोजगारी में जी रहीं हैं। उनकी हाथी 2012 में ही बैठ चुकी है। अब वह उठने से रही। लिहाजा दिन काटने के लिए अब वह सड़कों के गड्ढे गिन रही हैं।
- दौलत की बेटी कबसे जनता की फ़िक्र करने लगीं।
- लाख जतन कर लें अब बैठा हाथी उठने से रहा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा, मायावतीजी राजनीति में तो आप आईं थीं दलितों की बेटी बनकर, इसी आधार पर सत्ता में भी आईं, पर बन गईं दौलत की बेटी। स्मारकों पर पानी की तरह पैसा बहाने वाले कबसे जनता की बुनियादी सुविधाओं की चिंता करने लगे? यह तो वही वाली बात हो गई कि सूप हंसे तो हंसे चलनी भी हंसे जिसमें 72 छेद। आप नाहक चिन्ता कर रही हैं।
भाजपा सरकार जनता की बुनियादी सुविधाओं की बखूबी चिंता कर रही है। इस चिंता और घड़ियाली आंसू से आपकी दौलत की बेटी के रूप में जो छबि बन चुकी है, वह बदलने से रही। अब आपको फिर से मुस्कराने का मौका मिलने से रहा। बाकी अपने संतोष के लिए आप ऐसे बयानों से कुछ देर के लिए जनता का ध्यान आकर्षित कर सकती हैं। उसके दिलो-दिमाग से आप पहले ही अपने भ्रष्टाचार के कारण उतर चुकी हैं।
मालूम हो कि मायावती ने बुधवार को प्रदेश में सड़कों की बदहाली के बारे दो ट्वीट किए हैं। उनके मुताबिक सड़कें लोगों की बुनियादी ज़रूरत व विकास से विशेषतः जुड़ी हुई हैं तथा इनके बारे में भी सरकार चाहे जितने भी नारे व दावे कर ले लेकिन यूपी के सड़कों की हालत फिर से इतनी ज्यादा खराब हो गई हैं कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सड़कों में गड्डा है या गड्डे में सड़क। सरकार ध्यान दे।