स्वास्थ्य सुविधाओं का दायरा व्यापक होता है। इसमें संसाधनों के साथ ही पर्याप्त चिकित्सकों व प्रशक्षित स्टाफ की भी आवश्यकता होती है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन उत्तर प्रदेश में पहले जनसँख्या के अनुरूप इसकी व्यवस्था पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया गया। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ही इसके दृष्टिगत कार्य योजना बनाई।
उसके अनुरूप प्रभावी कदम उठाए गए। विगत चार वर्षों के दौरान इस क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।प्रदेश में मेडिकल कॉलेज के साथ ही अन्य शिक्षण संस्थानों की स्थापना प्रगति पर है। मेडिकल कॉलेज स्थापना में तो यह चार वर्ष सत्तर वर्षों पर भारी है। चार वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश में मात्र बारह मेडिकल कॉलेज थे। जबकि इन चार वर्षों में बत्तीस मेडिकल कॉलेजों का निर्मांण किया जा रहा है।
गोरखपुर में एम्स के निर्माण से पूर्वान्चल में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं भी मिलेंगी। विभिन्न जनपदों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। जिन जनपदों में मेडिकल कॉलेज नहीं है,वहां पर पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कालेज बनाये जायेंगे। इसके अलावा छह विश्वविद्यालय बनने की प्रक्रिया में हैं।
पचपन से अधिक नये महाविद्यालय,दो सौ पन्द्रह से अधिक नये माध्यमिक विद्यालय तथा एक सौ छाछठ नये विद्यालय पं दीन दयाल उपाध्याय मॉडल स्कूल के रूप में कार्य कर रहे हैं। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ ने निर्माणाधीन महर्षि देवरहा बाबा स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय देवरिया का निरीक्षण किया।
उन्होंने आवासीय स्कूल भवन,डॉक्टर ब्वायज हॉस्टल का क्रम से निरीक्षण किया। उन्होंने काम में तेजी लाने और इसे जल्द से जल्द पूरा करने निर्देश दिया। इस मेडिकल कॉलेज में एकेडमिक भवन सहित कुल पन्द्रह ब्लॉकों का निर्माण करा दिया गया है।
उनतीस फैकल्टी की नियुक्ति की जा चुकी है। गर्ल्स हॉस्टल के एक सौ बीस एवं ब्वायज के एक सौ अस्सी छात्रों के लिए भवन निर्माण पूरा कर लिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों व डॉक्टरों के साथ बैठक की। उन्होंने मेडिकल कालेज के निर्माण की प्रगति की जानकारी ने ली। कहा कि समय सीमा में इसका निर्माण पूरा होना चाहिये।
योगी आदित्यनाथ ने इस मेडिकल कालेज का शिलान्यास अक्टूबर 2019 में किया था। इस मेडिकल कालेज के इस वर्ष के अंत तक बनकर तैयार हो जाने की सम्भावना है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज प्रवेश के लिए पूरी तरह तैयार है। पहले सत्र की पढ़ाई के लिए सभी तैयारियां पूर्ण हैं। नेशनल मेडिकल काउन्सिल की संस्तुति प्राप्त हो जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस मेडिकल कॉलेज सहित प्रदेश के नौ नये मेडिकल कॉलेज का एक साथ शुभारम्भ कराया जाएगा।
विगत वर्ष प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत आठ नये मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रारम्भ किया गया। आगामी वर्ष तक चौदह नये मेडिकल कॉलेजों के निर्माण का लक्ष्य है। आने वाले समय में प्रदेश के सभी पचहत्तर जनपद मेडिकल कॉलेज से आच्छादित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में विगत चार वर्षों के दौरान मस्तिष्क ज्वर के नियंत्रण में सफलता मिली है। आज मस्तिष्क ज्वर के मौत के आंकड़ों में पंचानबे प्रतिशत की कमी आयी है।